सरकार ने छोटी बचत योजनाओं जैसे सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, PPF जैसी कई छोटी बचत योजनाओं पर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसम्बर 2024 के लिए ब्याज दरों की घोषणा कर दी है, सरकार डाकघरों और बैंकों की तरफ से चलाई जा रही, छोटी बचत योजनाओं पर हर तिमाही ब्याज दरों का निर्धारण करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम से लेकर पब्लिक प्रोविडेंट फंड, यानि की PPF जैसी छोटी योजनाओं को लेकर केंद्र सरकार ने नया एलान किया है, वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में बताया गया है, की लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में अक्टूबर से शुरु 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
अक्टूबर दिसम्बर तिमाही में इतना मिलेगा ब्याज
छोटी बचत योजनाओं पर तीसरी तिमाही के लिए ब्याज दर की घोषणा के बाद अब सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, और सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पैसा लगाने वाले निवेशकों को दूसरी तिमाही की तरह इस दौरान भी 8.2 फीसदी इंटरेस्ट मिलेगा, वहीं पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम पर 7.7 प्रतिशत 5 साल की टाइम डिपॉजिट, किसान विकास पत्र, महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट जैसी स्कीम पर 7.5 फीसदी और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर इंटरेस्ट 7.1 प्रतिशत मिलेगा।
योजनाओं की ब्याज दरें
- तीन साल की बैंक की सावधि जमा (RD) ओर ब्याज दर 7.1 प्रतिशत रहेगी।
- राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत रहेगी।
- पोस्ट ऑफिस की बचत जमा योजना के लिए ब्याज दरें 4 प्रतिशत रहेगी।
- PPF योजना पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, और अभी इस स्कीम में सरकार 7.1फीसदी ब्याज दे रही है।
- किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी और यह निवेश 115 महीनों यानी की 9 साल 7 महीने में मैच्योर होगा।
- पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना में निवेशकों को पहले की तरह 7.4 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा, इस योजना में हर महीने जितनी ब्याज निवेश पर मिलती है, उतनी अकाउंट होल्डर को दे दी जाती है।
सरकार हर तीन महीने पर पोस्ट ऑफिस स्कीम्स पर मिल रहे ब्याज को रिवाइज करती है, इससे पहले चालू वित्त वर्ष पहली तिमाही यानी की अप्रैल से जून 2024 और दूसरी तिमाही यानी की जुलाई से सितम्बर 2024 के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था, श्यामला गोपीनाथ समिति ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें तय करने का फार्मूला दिया था, समिति द्वारा सुझाव दिया गया की इन ब्याज दरें समान मैच्योरिटी वाले समान बॉन्ड के यील्ड से 0.25-100 प्रतिशत ज्यादा होनी चाहिए, भारत में ज्यादातर लोगों के सेविंग का जरिया छोटी बचत योजनाएं है, इनमें 10 से अधिक विकल्प मौजूद है, इन स्कीम्स में निवेशकों को उनके पैसे पर तय दर से ब्याज मिलता है।