केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया है। यह निर्णय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में लिया गया था और अब इसे लागू कर दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य छोटे और मझोले उद्यमियों को उनके व्यवसायों का विस्तार करने में मदद करना है।
नई “तरुण प्लस” श्रेणी की शुरुआत
मुद्रा योजना में अब एक नई श्रेणी “तरुण प्लस” जोड़ी गई है। इस श्रेणी के अंतर्गत वे उद्यमी आते हैं, जिन्होंने पहले ही तरुण श्रेणी का लोन चुकता कर दिया है और अपने व्यवसाय को और बढ़ाना चाहते हैं। इस श्रेणी के तहत अब उन्हें 20 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है, जिससे उन्हें अपने व्यापार में नए अवसरों का लाभ उठाने का मौका मिलेगा।
मुद्रा योजना की विभिन्न श्रेणियाँ
मुद्रा योजना के अंतर्गत पहले से तीन श्रेणियाँ थीं:
- शिशु श्रेणी: इस श्रेणी में 50,000 रुपये तक का लोन मिलता है, जो नए व्यवसाय शुरू करने वाले छोटे उद्यमियों के लिए है।
- किशोर श्रेणी: इस श्रेणी में 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक का लोन मिलता है, जो अपने व्यवसाय को थोड़ा और बढ़ाने वाले उद्यमियों के लिए है।
- तरुण श्रेणी: इसमें 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है, जो उन उद्यमियों के लिए होता है जो अपने व्यापार का और विस्तार करना चाहते हैं।
अब तक मंजूर हुए मुद्रा लोन
वित्त वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत अब तक 2.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लोन स्वीकृत किए जा चुके हैं। इसमें से लगभग 2.14 लाख करोड़ रुपये का वितरण भी हो चुका है। इन आँकड़ों से यह पता चलता है कि छोटे और मझोले उद्यमियों के बीच मुद्रा योजना अत्यधिक लोकप्रिय हो रही है।
लोन में समस्याओं पर कहां करें शिकायत
यदि किसी बैंक द्वारा लोन देने में कठिनाई की जाती है, तो आवेदक निम्नलिखित माध्यमों से शिकायत दर्ज कर सकते हैं:
- डाक द्वारा शिकायत: ग्राहक डाक के माध्यम से माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड (MUDRA) के पते पर शिकायत भेज सकते हैं।
- ईमेल द्वारा शिकायत: ईमेल के माध्यम से शिकायत [email protected] पर की जा सकती है।
- आरबीआई CMS पोर्टल: आवेदक RBI के CMS पोर्टल https://cms.rbi.org.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- आरबीआई शिकायत केंद्र: फिजिकल शिकायत दर्ज करने के लिए आरबीआई के सेंट्रल रीसिप्ट एंड प्रोसेसिंग सेंटर, चंडीगढ़ पर भेज सकते हैं।
मुद्रा योजना का लाभ और संभावनाएँ
इस योजना के अंतर्गत लोन की सीमा बढ़ने से छोटे और मझोले उद्यमियों को अपने व्यवसायों को और विस्तार देने का अवसर मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। मुद्रा योजना भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और इस नई पहल से विशेष रूप से छोटे व्यवसायियों को अत्यधिक लाभ मिलने की उम्मीद है।