बिहार में 20 अगस्त से जमीन सर्वे का काम शुरू हो गया है, और इस प्रक्रिया में जमीन मालिकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए हैं। अगर आपके पास जमीन है, लेकिन उसके कागजात नहीं हैं, तो सावधान हो जाइए! बिना सही दस्तावेज के आपकी जमीन सरकारी हो सकती है। बिहार सरकार ने सभी जमीन मालिकों से कहा है कि उन्हें फॉर्म भरना होगा और साथ ही कुछ आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।
जमीन सर्वे के दौरान पूछे जाएंगे सवाल
बिहार सरकार ने जमीन सर्वे के लिए 177 विभिन्न विशेषताओं की एक सूची बनाई है, जिसके आधार पर जमीन की पूरी जानकारी ली जाएगी। यह सर्वे जमीन के स्वामित्व, उसके प्रकार (सरकारी या प्राइवेट), और उसकी कृषि योग्यता (खेती योग्य या बंजर) की जांच करेगा। बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह ने इस बारे में पूरी जानकारी दी है।
जमीन मालिकों के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि आप अपनी जमीन का सर्वे करवाने जा रहे हैं, तो निम्नलिखित दस्तावेज आपके पास होना अनिवार्य है:
- जमाबंदी संख्या का विवरण
- मालगुजारी रसीद की छाया प्रति
- खतियान की नकल (यदि उपलब्ध हो)
- मृत जमाबंदी रैयत की मृत्यु तिथि/मृत्यु प्रमाण पत्र की कॉपी
- वारिस होने का प्रमाण पत्र
- वंशावली प्रपत्र 3 (I)
- प्रपत्र 7 और L.P.M.
इन दस्तावेजों के साथ, आपको जमीन का विवरण प्रपत्र 2 में भरकर शिविर कार्यालय में जमा करना होगा। यह सुनिश्चित करें कि आपकी जमीन की सीमाएं स्पष्ट रूप से चिह्नित हों, ताकि सर्वे के दौरान कोई भ्रम न हो।
दादा या परदादा की जमीन का मामला
अगर आपकी जमीन आपके दादा या परदादा के नाम पर है और वह 1985 या 2000 से पहले की है, तो आपको उसकी वंशावली बनवानी होगी और जमीन का करंट का केवल (Certificate of Encumbrance) भी तैयार रखना होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में कोई कानूनी समस्या न हो।
जमीन पर मुकदमे वाले मामलों का सर्वे
जिन जमीनों पर पहले से ही कानूनी मुकदमे चल रहे हैं, उनका सर्वे कोर्ट के आदेश के अनुसार ही किया जाएगा। जिस पक्ष में कोर्ट का आदेश होगा, उसी के आधार पर जमीन का सर्वे होगा।
20 अगस्त से शुरू हो गया है जमीन सर्वे
बिहार के 45,000 से अधिक गांवों में जमीन के सर्वे का काम 20 अगस्त के बाद से शुरू हो गया है। इस सर्वे में जमीन की श्रेणी तय की जाएगी, जो कि जमीन पर मौजूद संरचनाओं या वर्तमान भौतिक स्वरूप के आधार पर होगी। इस पूरी प्रक्रिया के लिए 177 विभिन्न विशेषताओं से संबंधित एक विशेष सूची तैयार की गई है।
क्या करें अगर आपका जिला अभी तक शामिल नहीं हुआ है?
अगर आपके जिले में अभी तक जमीन सर्वे की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, तो चिंता न करें। राज्य के हर प्रखंड में समय के अनुसार सर्वे का काम किया जाएगा। जैसे-जैसे सर्वे की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, आपके जिले में भी सर्वे का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा।
बिहार में जमीन सर्वे का काम तेजी से चल रहा है, और अगर आप एक जमीन मालिक हैं, तो आपको समय पर अपने दस्तावेज तैयार रखने होंगे। बिना सही दस्तावेज के आपकी जमीन पर दावा करना मुश्किल हो सकता है। सुनिश्चित करें कि आपने आवश्यक फॉर्म भर दिए हैं और सभी दस्तावेज शिविर कार्यालय में जमा कर दिए हैं, ताकि सर्वे की प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के पूरी हो सके।
मेरे दादा साहब के दो बेटे थे बड़े बेटे का नाम राम प्रसाद मिस्त्री था और छोटे बेटे का नाम लखन मिस्त्री था जो कि और जमीन बनगंगा मैं तिन एकड़ जमीन खरीदने थे अब एक घर नारदीगंज है और एक घर राजगिर में है मेरे चाचा ने मेरे दादा जी से और पिता जी स्वर्गिय राम प्रसाद मिस्त्री से छल कपट से अपने नाम कर लिया मैंने जब अपने चाच जी से कहा कि आप दो भाई हैं तो बराबर-बराबर बांट दिया जाए किंतु मेरा हक देने से साफ इंकार कर दिया और बनगंगा का सारा जमीन भी बेच दिया अब हम इन्साफ चाहिए जो वहां के सासन और प्रसान हि दिला सकती हैं धन्यवाद
सर्वे से अच्छा है जिसके नाम से जमाबंदी हो वही बेच सकते हैं इससे अपने आप सब सुधार हो जाएगा