
जब आप नया स्मार्टफोन खरीदते हैं, तो सबसे पहले ध्यान फोन की सुरक्षा पर जाता है। दुकानदार या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आपको तुरन्त मोबाइल इंश्योरेंस-Insurance खरीदने की सलाह देता हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या ये इंश्योरेंस वाकई काम आते हैं? या फिर ये सिर्फ आपकी जेब से 2-3 हजार रुपये निकालने का जरिया हैं? आज हम इसी सवाल का गहराई से विश्लेषण करेंगे और साथ ही जानेंगे कि मोबाइल की सुरक्षा के लिए और कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं।
Mobile Insurance हर बार फायदेमंद नहीं होता
जब आप नया फोन खरीदते हैं, तो लगभग हर जगह आपको मोबाइल इंश्योरेंस खरीदने की सलाह मिलती है। ये इंश्योरेंस 1000 से 3000 रुपये तक के होते हैं और दावा किया जाता है कि फोन टूटने या खराब होने की स्थिति में मरम्मत या रिप्लेसमेंट की सुविधा मिलेगी। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही होती है। कई बार जब आपको इन इंश्योरेंस की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब ये क्लेम रिजेक्ट कर देते हैं या मामूली क्लेम के लिए भी लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
अक्सर ये प्लान ऐसे समय के लिए होते हैं जब आपका नया फोन वैसे भी खराब होने की संभावना कम होती है। फिर सवाल उठता है—क्या ये इंश्योरेंस वास्तव में उस 40,000 या 50,000 रुपये के फोन को कवर कर सकते हैं, जो आपने खरीदा है? सस्ते इंश्योरेंस प्लान अक्सर दिखावे के होते हैं, जिनका असली फायदा बहुत कम देखने को मिलता है।

ब्रांडेड इंश्योरेंस प्लान बेहतर हो सकते है
अगर आप मोबाइल इंश्योरेंस लेना ही चाहते हैं, तो फिर ब्रांडेड इंश्योरेंस प्लान बेहतर साबित हो सकते हैं। उदाहरण के लिए AppleCare+ या Samsung Care+ जैसे प्लान्स फोन निर्माता कंपनियां खुद ऑफर करती हैं। इनकी कीमत जरूर 7,000 से 20,000 रुपये तक होती है, लेकिन इनका प्रोसेस ज्यादा भरोसेमंद होता है। फिर भी इन प्लान्स के साथ भी आपको क्लेम करते समय कुछ अतिरिक्त खर्च—जैसे सर्विस चार्ज और टैक्स—देने ही पड़ते हैं, जो 2000-3000 रुपये तक हो सकता है।
इन प्लान्स की एक सीमा यह भी होती है कि ये सिर्फ 1 या 2 साल तक ही वैध होते हैं, उसके बाद आपको इन्हें रिन्यू करना पड़ता है।
साल नहीं चलेंगे ये प्लान
मोबाइल इंश्योरेंस एक निर्धारित समय के लिए होता है। आमतौर पर 1 साल या अधिकतम 2 साल के लिए ये प्लान दिए जाते हैं। लेकिन स्मार्टफोन की लाइफ अब इससे कहीं अधिक होती है। ऐसे में अगर आप लंबे समय तक एक ही फोन इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो हर साल इंश्योरेंस पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। यह लगातार होता खर्च आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।
प्रीमियम फोन कवर
अगर आप चाहते हैं कि फोन सुरक्षित भी रहे और बार-बार खर्च न करना पड़े, तो प्रीमियम क्वालिटी वाले फोन कवर एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं। इनकी कीमत भले ही 1100 से 3000 रुपये के बीच हो, लेकिन ये एक बार का निवेश है। Spigen, Totem, Ringke, और UAG जैसे ब्रांड्स के कवर अत्यधिक मजबूती और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
हमने खुद एक ब्रांडेड कवर के साथ फोन को फ्लोर पर गिराकर टेस्ट किया, और उसमें कोई डेंट या स्क्रीन क्रैक नहीं हुआ। ये कवर आपके स्मार्टफोन को फॉल डैमेज से लेकर स्क्रैच तक से सुरक्षित रखते हैं। साथ ही ये बार-बार बदलने की जरूरत भी नहीं होती, जब तक आप नया फोन न लें।
समझदारी से करें चुनाव
जब बात मोबाइल की सुरक्षा की हो, तो इंश्योरेंस और कवर—दोनों में से आपको समझदारी से चुनाव करना होता है। अगर आप बार-बार फोन बदलते हैं और ब्रांडेड डिवाइस इस्तेमाल करते हैं, तो AppleCare+ जैसे प्लान्स आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं। लेकिन अगर आप एक ही फोन को लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं और फिजिकल डैमेज से बचाना चाहते हैं, तो प्रीमियम फोन कवर एक बेहतर और आर्थिक विकल्प है।
इसके अलावा फोन के अपग्रेड का ट्रेंड भी बदल गया है। आजकल iPhone जैसे डिवाइसेज़ में डिज़ाइन इतना नहीं बदलता कि पुराना कवर इस्तेमाल न हो सके। इसीलिए एक बार खरीदा गया अच्छा कवर कई बार नए फोन के साथ भी काम आ सकता है।