मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की तहसील करैरा में आगामी 2 से 9 दिसंबर तक स्कूलों में विशेष अवकाश की घोषणा की गई है। यह निर्णय बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के मद्देनजर लिया गया है। इस धार्मिक आयोजन के तहत बड़ी संख्या में भक्तों का जमावड़ा होगा, जिससे क्षेत्र में यातायात और अन्य प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर असर पड़ेगा। इसलिए स्थानीय प्रशासन ने यह फैसला लिया कि इन दिनों में स्कूलों को बंद रखा जाएगा।
ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से होगी पढ़ाई
स्कूलों के बंद रहने के बावजूद, यह सुनिश्चित किया गया है कि विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई रुकावट न हो। इसके लिए स्कूल प्रशासन ने ऑनलाइन क्लासेज की व्यवस्था की है। छात्रों को अपने घरों से ही शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए। यह कदम विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रखने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, खासकर तब जब स्कूलों का भौतिक संचालन असंभव हो।
यातायात पर प्रभाव और अस्थायी वाहन प्रतिबंध
इस धार्मिक आयोजन का करैरा में यातायात पर भी गहरा असर पड़ेगा। क्षेत्र में भारी संख्या में भक्तों के आगमन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने नगर क्षेत्र के भीतर सभी प्रकार के वाहनों पर अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया है। इसके कारण स्कूल बस सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। प्रशासन ने सुझाव दिया है कि विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए सुबह 9 बजे से पहले और दोपहर 2 बजे के बाद भेजा जाए, ताकि यातायात में कोई समस्या न हो।
शिक्षक-प्रशासन बैठक और स्कूल बंद करने का निर्णय
शिक्षकों और प्रशासन के बीच हुई बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि छोटे बच्चों के लिए इतने लंबे समय तक स्कूल में रहना कठिन होगा। इस पर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने पेरेंट्स के साथ बैठक की और निर्णय लिया कि 2 से 9 दिसंबर तक बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। हालांकि, सभी शिक्षक इस दौरान स्कूल आएंगे और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे, जिससे छात्रों को निरंतर शिक्षा मिलती रहेगी।
धार्मिक कार्यक्रमों और सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी
शिवपुरी जिले के करैरा नगर में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के आयोजन के लिए विशाल पांडाल और अन्य व्यवस्था की तैयारी पूरी कर ली गई है। इस पांडाल में लाखों भक्तों के बैठने की व्यवस्था की गई है, और सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पांडाल 34 बीघा जमीन में फैला हुआ है, जिससे सभी भक्तों को आराम से बैठने की सुविधा मिल सके। इस आयोजन के सफल संचालन के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
शिक्षा पहले जरूरी है या धर्म प्रचार
जय हिन्द जय भारत जय संविधान जय भीम राव अंबेडकर जी अमर रहें