जनवरी 2025 में भारत के विभिन्न राज्यों में पोंगल और मकर संक्रांति के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए गए हैं। ये त्योहार देश के सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, और इन अवसरों पर विभिन्न राज्यों में विशेष उत्सवों का आयोजन होता है।
पोंगल: 13 जनवरी 2025
पोंगल दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु में मनाया जाने वाला प्रमुख फसल उत्सव है। यह त्योहार नई फसल के आगमन की खुशी में मनाया जाता है और सूर्य देवता की आराधना का विशेष महत्व रखता है। पोंगल चार दिनों तक मनाया जाता है, जिसमें भोगी, पोंगल, मट्टू पोंगल और कानुम पोंगल शामिल हैं। इस अवसर पर तमिलनाडु और पुदुचेरी में 13 जनवरी 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
मकर संक्रांति: 14 जनवरी 2025
मकर संक्रांति भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है। यह पर्व सर्दियों के अंत और वसंत ऋतु की शुरुआत का संकेत देता है। मकर संक्रांति के अवसर पर विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों और परंपराओं के साथ उत्सव मनाए जाते हैं। 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, उड़ीसा, सिक्किम और तेलंगाना में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
त्योहारों का महत्व और परंपराएं
पोंगल: पोंगल त्योहार के दौरान लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करते हैं, रंगोली बनाते हैं और पारंपरिक व्यंजन तैयार करते हैं। सूर्य देवता की पूजा की जाती है और नई फसल से बना ‘पोंगल’ नामक मीठा व्यंजन अर्पित किया जाता है। यह त्योहार किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह उनकी मेहनत और फसल की उपज का उत्सव है।
मकर संक्रांति: मकर संक्रांति के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, तिल-गुड़ से बनी मिठाइयां बांटते हैं और पतंग उड़ाने की परंपरा का आनंद लेते हैं। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है, और लोग जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करते हैं। उत्तर भारत में इसे ‘खिचड़ी’ के नाम से भी जाना जाता है, जहां खिचड़ी बनाने और खाने की परंपरा है।
अवकाश की जानकारी
इन त्योहारों के अवसर पर संबंधित राज्यों में सभी सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान और बैंक बंद रहेंगे। नागरिकों से अनुरोध है कि वे इन तिथियों को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यों की योजना बनाएं। अधिक जानकारी और विस्तृत अवकाश सूची के लिए संबंधित राज्य सरकारों की आधिकारिक अधिसूचनाएं देखें।
पोंगल और मकर संक्रांति भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण पर्व हैं, जो देश की विविधता और एकता का प्रतीक हैं। इन त्योहारों के माध्यम से लोग अपनी परंपराओं को जीवित रखते हुए सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करते हैं। सार्वजनिक अवकाश की घोषणा से नागरिकों को इन पर्वों को अपने परिवार और समुदाय के साथ मिलकर मनाने का अवसर मिलेगा, जिससे सामाजिक समरसता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा मिलेगा।