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DBT के जरिए सरकार देगी नए साल में सभी को इंसेंटिव! 15 जनवरी से पहले ये काम करना न भूलें

नई एम्पलॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत सरकार 2 करोड़ रोजगार सृजित करने की योजना बना रही है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों को अपने UAN, आधार और बैंक अकाउंट को लिंक करना आवश्यक है। ईपीएफओ ने इस लिंकिंग की डेडलाइन बढ़ाकर 15 जनवरी 2025 कर दी है।

By PMS News
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DBT के जरिए सरकार देगी नए साल में सभी को इंसेंटिव! 15 जनवरी से पहले ये काम करना न भूलें
Government will give incentives through DBT

नए साल 2025 के बजट में मोदी सरकार ने रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना का ऐलान किया है, जिसे “एम्पलॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम” (ELI Scheme) कहा जा रहा है। इस योजना के तहत कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार इंसेंटिव प्रदान करेगी। इस योजना का उद्देश्य अगले दो वर्षों में 2 करोड़ रोजगार के अवसर सृजित करना है।

लेकिन इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए यह अनिवार्य है कि कर्मचारी अपना यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN), आधार और बैंक अकाउंट आपस में लिंक करें। इस प्रक्रिया को लेकर पहले 15 दिसंबर 2024 तक का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन अब ईपीएफओ ने इसे बढ़ाकर 15 जनवरी 2025 तक कर दिया है।

EPFO द्वारा UAN-Aadhaar-Bank Account Linking की समय सीमा बढ़ाई गई

ईपीएफओ ने हाल ही में एक पोस्ट के जरिए कर्मचारियों को सूचित किया कि वे जल्द से जल्द अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN), आधार और बैंक अकाउंट को आपस में लिंक कर लें। पहले इसकी डेडलाइन 15 दिसंबर 2024 थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 15 जनवरी 2025 कर दिया गया है। इस फैसले से कर्मचारियों को और अधिक समय मिल गया है, ताकि वे रोजगार से जुड़ी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। ईपीएफओ ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन कर्मचारियों ने 2024-25 के वित्तीय वर्ष में नई नौकरी जॉइन की है, उन्हें अपनी UAN एक्टिवेशन और आधार-बैंक लिंकिंग प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करना चाहिए।

एम्पलॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (ELI Scheme) का उद्देश्य और लाभ

एम्पलॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम का उद्देश्य दो वर्षों में 2 करोड़ रोजगार अवसर सृजित करना है। इस योजना के तहत 5 वर्षों में 2 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया जाएगा, जिससे लगभग 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। साथ ही, इन युवाओं की स्किलिंग के लिए भी बजट का प्रावधान किया जाएगा। इस योजना के तहत कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से इंसेंटिव प्रदान किए जाएंगे। यह तब संभव होगा जब कर्मचारी का बैंक अकाउंट आधार से लिंक किया होगा।

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योजना के अनुसार, ईपीएफओ को यह सुनिश्चित करना होगा कि कर्मचारियों के UAN, आधार और बैंक अकाउंट को सही तरीके से लिंक किया गया हो, ताकि लाभार्थियों को उनकी पात्रता के अनुसार सरकारी इंसेंटिव समय पर मिल सके।

UAN-Aadhaar-Bank Account Linking कैसे करें?

ईपीएफओ ने UAN, आधार और बैंक अकाउंट को लिंक करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक यूट्यूब वीडियो भी अपलोड किया है, जिसमें इस लिंकिंग प्रक्रिया के हर चरण को विस्तार से समझाया गया है। कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) एक्टिव हो, आधार उनके UAN से लिंक हो और उनका बैंक अकाउंट भी आधार से जुड़ा हो। इसके बिना, वे एम्पलॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम का लाभ नहीं उठा पाएंगे।

यह लिंकिंग प्रक्रिया एक आसान और सरल ऑनलाइन प्रक्रिया है जिसे ईपीएफओ की वेबसाइट या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा सकता है। कर्मचारियों को बस अपने UAN और बैंक खाता विवरण दर्ज करके इस प्रक्रिया को पूरा करना है। अगर किसी कर्मचारी का UAN एक्टिव नहीं है, तो उसे पहले इसे एक्टिवेट करना होगा।

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