मध्यप्रदेश में बैंकिंग सेवाओं में सुधार की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने 1 जनवरी 2025 से सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के समय को एक समान करने का निर्णय लिया है। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) की बैठक में इस बदलाव को मंजूरी दी गई है। अब सभी बैंक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुले रहेंगे। इस नए नियम से न केवल ग्राहकों को सुविधा मिलेगी बल्कि बैंकिंग सेवाओं में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।
अब ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाएं होंगी और आसान
अभी तक विभिन्न बैंकों के खुलने और बंद होने का समय अलग-अलग था, जिससे ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ता था। कुछ बैंक सुबह 10 बजे खुलते थे, तो कुछ 10:30 या 11 बजे। इस असमानता के कारण ग्राहकों को समय प्रबंधन में दिक्कत होती थी। लेकिन नए नियम के तहत अब सभी बैंक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक एक समान समय पर काम करेंगे।
मुख्य लाभ:
- ग्राहक एक ही दिन में कई बैंकों में अपने कार्य निपटा सकेंगे।
- समय प्रबंधन की समस्या समाप्त होगी।
- लंबी कतारों और इंतजार का झंझट कम होगा।
SLBC की बैठक में लिया गया ऐतिहासिक फैसला
इस फैसले को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) की बैठक में मंजूरी दी गई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव अनुराग जैन ने की। SLBC के संयोजक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की अगुवाई में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
बैठक में मुख्य चर्चा:
- बैंकों के असमान समय से हो रही समस्याओं पर विस्तार से चर्चा।
- ग्राहकों की सुविधा के लिए एक समान समय की आवश्यकता।
- इस बदलाव से बैंकिंग सेवाओं में तेजी लाने की संभावनाएं।
जिला स्तरीय समितियां करेंगी कार्यान्वयन
मुख्य सचिव के निर्देशानुसार, सभी जिलों में कलेक्टरों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सलाहकार समितियां इस बदलाव को लागू करने का काम करेंगी।
- जिला स्तर पर बैंकों के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा।
- ग्राहकों और बैंक कर्मचारियों के बीच संवाद बेहतर बनाने पर जोर दिया जाएगा।
- यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 1 जनवरी 2025 से यह बदलाव प्रभावी हो।
ग्राहकों को होंगे ये बड़े फायदे
इस बदलाव से ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाएं अधिक सुगम और सुविधाजनक हो जाएंगी।
- अब ग्राहक अपने सभी बैंकिंग कार्य सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच आसानी से निपटा सकेंगे।
- बैंकों के समय में समानता से कार्यों की दक्षता बढ़ेगी।
- ग्राहकों को अब अलग-अलग बैंकों के समय को लेकर भ्रम नहीं रहेगा।
बैंकिंग कर्मचारियों के लिए भी सहूलियत
नए नियम से न केवल ग्राहकों को लाभ होगा बल्कि बैंक कर्मचारियों के कार्य में भी आसानी होगी।
- सभी बैंकों का समय समान होने से कर्मचारियों के बीच बेहतर तालमेल बनेगा।
- बैंकिंग प्रक्रियाएं तेजी से पूरी होंगी।
- कर्मचारियों को अपने कार्यदिवस की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।
अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बनेगा यह कदम
मध्यप्रदेश में बैंकों के समय को एक समान करने का यह प्रयास अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। देशभर में बैंकों के अलग-अलग समय से ग्राहक अक्सर असुविधा का सामना करते हैं। मध्यप्रदेश का यह कदम बैंकिंग सेक्टर को अधिक संगठित और ग्राहकों के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
बदलाव से जुड़ी अपेक्षाएं
इस बदलाव से बैंकिंग सेक्टर में कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
- ग्राहकों और बैंकिंग सिस्टम के बीच विश्वास बढ़ेगा।
- बैंकिंग कार्य तेजी और दक्षता से पूरे होंगे।
- अन्य राज्यों में भी इस तरह के सुधारों की शुरुआत होने की उम्मीद है।
Jharkhand M Hoga Ki Nahi
What about lunch hours, branch never display there lunch hours , although they have
Kya koi bada chhalava hone ja raha h
Abhi tak banko me koi bhi aasan niyam nhi banaya h
Grahak bank me jo bhi kaam leke jaate h ,sab pareshan dikhai dete h
Bank sarkar suvdhaye vastav me
Yakin dilaye.
In some banks there is no pass book printing
Kindly see that kiosk printing machine may be installed in the banks
For smooth functioning.
Sunil Kumar
Good step by govt
What’s about 2nd and fourth Saturday closing?
If you think about customers then cancel this closing system or set bank time from Monday to Friday from 9:00 am to 5:00pm.
5 day banking की मांग बहुत लम्बे समय से चल रही है परन्तु सरकार उनकी बात पर कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसके कारण देश भर के बैंक कर्मचारी सरकार से नाराज चल रहे है
5 day बैंकिंग से सरकार की वह मनसा भी पूरी हो सक्ती है की disitel transtion को बढावा मिलेगा
ये जायज मांग है जो सरकार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं डालेगी,
जब बैंक कर्मी जन् धन खाते खुल्बाने और डायरेक्ट बैंक मे राशि ट्रांसफर आदि मे सरकार के साथ का पूरा योगदान देती है फिर भी सरकार बैंक कर्मियों की एक छोटी सी मांग पर सहानूभूती से विचार नहीं करते ये उचित नहीं है
Saturday & Sunday should be working day’s
Best dicision for Timings equality national level,
Loan ko sarkari kese kare 6 month emi bar de
हमारे रतलाम में एक्सिस बैंक 3.30 साढ़े तीन बजे शटर गीराकर बैंक बन्द कर देती है गार्ड मगजमारी करता है शटर ऊंचा नहीं करता है, कृपया रतलाम मध्यप्रदेश की सभी एक्सिस बैंक को नोटीस दें कि वो शाम 4 बजे ही शटर गीराकर बैंक बन्द करें 🤝🙏
Tiffin time hoga ya nhi, eska koi ulekh ñhi kiya, agar hota ho to time fixed ho
Aur subh khulna chheye
Good attempt but it must be followed by all banks with out any hurdle and should provide better services than past as I hope
Dear Sir, I like your opinion, but have you manage about lunch time, what is LUNCH time, that you haven’t managed, as human been when will take lunch time/period, (bank staff) in time public what will do, have you think about this???
Bank staff without informing went for lunch.
Wo lunch nahi karenge kyu ki wo insan nahi hai robot hai .. 10 se 4 lagatar Kam karenge..khana ka kya hai wo to 10 baje rat me ja ke kha sakte hai.. but customer ko 10 se 4 ki puri suvidha milegi…pareshan mat ho…
This is very bad practice, employee s take lunch hour rest one hour or more
Or take lunch by rotation of the staff. Public should not suffer.custmer should not waiting & waiting
This is very bad practice, employee s take lunch hour rest one hour or more
Or take lunch by rotation of the staff. Public should not suffer.custmer should not waiting & waiting
Already bank timing is 10am to 4pm for cash transaction and upto 4.30 pm other miscellaneous bank operations. What new in this news?
This work was done well, only one more work had to be done, banks were to be opened every Saturday.
Not proper time to open bank
It should be 10.30 or 11 am
इनको काम करने की आदत कहा है
Lunch timings should be 130to 2pm sharp