आज, 8 नवंबर 2024, सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सोने का भाव 2,000 रुपये तक घटकर देश के विभिन्न शहरों में नए स्तर पर आ गया है। 24 कैरेट सोने का रेट 78,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने का रेट 72,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जैसे वैश्विक आर्थिक स्थिति, लोकल डिमांड में कमी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी।
कमजोर वैश्विक स्थिति, लोकल डिमांड में कमी और करेंसी एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव इसके प्रमुख कारण रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में सोने के भाव की इस गिरावट ने निवेशकों को सोने में निवेश का एक बेहतर मौका दिया है।
क्यों गिरी सोने की कीमतें?
1. वैश्विक आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह वैश्विक बाजारों में सोने की कमजोर स्थिति है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के चलते भारतीय बाजार में भी सोने के भाव पर दबाव पड़ा है। वैश्विक निवेशक जोखिम वाले निवेश जैसे बिटकॉइन और स्टॉक्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे सोने की मांग कम हो गई है।
2. डॉनल्ड ट्रंप की जीत का असर
डॉनल्ड ट्रंप की जीत के कारण भी सोने के निवेश पर असर पड़ा है। निवेशक अब जोखिम वाली संपत्तियों जैसे स्टॉक और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, जिसके कारण सोने की मांग में गिरावट आई है।
3. फेडरल रिजर्व की बैठक की उम्मीदें
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक (फेडरल रिजर्व) की आगामी बैठक के नतीजों के कारण सोने में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। निवेशक बैंक की ओर से ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे अन्य निवेश विकल्पों में रुचि बढ़ी है।
आज के प्रमुख शहरों में सोने के रेट
शहर | 22 कैरेट का भाव (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट का भाव (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹72,140 | ₹78,700 |
मुंबई | ₹71,990 | ₹78,550 |
अहमदाबाद | ₹72,040 | ₹78,600 |
चेन्नई | ₹71,990 | ₹78,550 |
कोलकाता | ₹71,990 | ₹78,550 |
गुरुग्राम | ₹72,140 | ₹78,700 |
लखनऊ | ₹72,140 | ₹78,700 |
बेंगलुरु | ₹71,990 | ₹78,550 |
इस गिरावट के कारण सोने के निवेशकों के लिए एक अवसर बन सकता है। हालांकि, इन रेट्स में मामूली भिन्नता भी आ सकती है, जो बाजार की स्थिति पर निर्भर करेगी।
गोल्ड प्राइस में गिरावट के पीछे और क्या फैक्टर्स हैं?
वर्तमान में लोकल ज्वैलर्स की तरफ से भी सोने की डिमांड कम है, जिससे बाजार में दबाव बना हुआ है। फेस्टिव सीजन के बाद मांग में गिरावट आई है, जो कि सोने की कीमतों में गिरावट का एक और कारण है।
कैसे तय होती है सोने की कीमत?
सोने की कीमतें कई फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं, जिनमें वैश्विक बाजार में सोने की स्थिति, मांग और आपूर्ति, और एक्सचेंज रेट शामिल हैं। इसके अलावा, त्योहारी सीजन के दौरान लोकल डिमांड बढ़ने से भी सोने के भाव में वृद्धि होती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें बढ़ने पर इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।
1. क्या सोने की कीमत में और गिरावट की उम्मीद है?
भविष्य की कीमतें वैश्विक आर्थिक स्थितियों और मांग पर निर्भर करती हैं, लेकिन बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में कुछ और उतार-चढ़ाव आ सकता है।
2. सोना खरीदने का यह सही समय है?
यदि आप दीर्घकालिक निवेश के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो मौजूदा गिरावट को एक अवसर के रूप में देख सकते हैं। हालांकि, बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें।
3. क्या सोने की कीमत हर राज्य में समान होती है?
नहीं, सोने की कीमतों में राज्य के हिसाब से थोड़ा-बहुत अंतर होता है, जो स्थानीय कर और डिमांड पर निर्भर करता है।
4. सोने की कीमतों पर करेंसी एक्सचेंज रेट का क्या असर होता है?
जब डॉलर मजबूत होता है, तो रुपये में सोना महंगा हो सकता है, जबकि डॉलर की कमजोरी से सोना सस्ता हो सकता है।