जो भी निवेशक किसी भी स्कीम में निवेश करते है, तो वह केवल दो ही चीजें देखते है, एक है, रिटर्न और दूसरा है, उनका निवेश किया पैसा सुरक्षित रहे, निवेशक को जिस स्कीम में अच्छा ब्याज मिलता है, वहां वो निवेश करते है, पिछले 2 सालों में बैंकों ने ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी की है, जिससे की एफडी निवेशक काफी खुश है।
कई छोटे बैंक है, जो वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 9.5 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहे है, यह उन निवेशकों के लिए बहुत अच्छा विकल्प है, जो सुरक्षित निवेश के साथ अच्छा रिटर्न चाहते है, उनके लिए निम्न बैंकों द्वारा ब्याज दरें दी जा रही है।
भारतीय स्टेट बैंक
देश का सबसे बड़ा SBI बैंक 2 साल से 3 साल तक की अवधि पर सामान्य नागरिकों को 7 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 प्रतिशत ब्याज दे रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक अपने ग्राहकों को 390 से 391 दिन तक के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.4 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है, वहीं वरिष्ठ नागरिकों को 50 बेसिस प्वाइंट्स का अतिरिक्त फायदा दिया जाता है।
फेडरल बैंक
फेडरल बैंक 777 दिनों के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 7.4 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.9 प्रतिशत ब्याज दे रहा है।
ICICI बैंक
ICICI बैंक 15 महीने से 18 महीने तक के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 7.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.80 प्रतिशत ब्याज दे रहा है।
HDFC बैंक
एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को 4 साल 7 महीने से लेकर 55 महीने तक की अवधि पर 7.40 प्रतिशत ब्याज देता है, और वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज दर 7.90 प्रतिशत तक है।
बैंक ऑफ बड़ोदा
बैंक ऑफ बड़ोदा 400 दिनों के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 7.3 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.8 प्रतिशत ब्याज दे रहा है।
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया 456 दिनों के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 7.3 प्रतिशत ब्याज दे रहा है, वरिष्ठ नागरिकों को 50 बेसिस प्वाइंट्स का अतिरिक्त फायदा दिया जाता है।
यहां ध्यान रखने वाली बात है, की बैंक एफडी से मिलने वाले ब्याज पर TDS भी कटता है, अगर सालाना ब्याज 40 हजार रुपए से ज्यादा हुआ तो आम लोगों के लिए टीडीएस काटा जाएगा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा 50 हजार रुपए है।