उत्तर भारत में पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और मैदानों में हो रही बूंदा-बांदी ने ठंड को और अधिक बढ़ा दिया है। इस बदलते मौसम के चलते देश के कई राज्यों में ठंड का असर इतना बढ़ गया है कि स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
उत्तर प्रदेश: बढ़ती ठंड के कारण स्कूलों में अवकाश
उत्तर प्रदेश में लगातार गिरते तापमान के कारण कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए छुट्टियों की घोषणा की है। अधिकारियों के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम और खराब हो सकता है, जिससे स्कूलों के संचालन पर पुनः विचार किया जा सकता है।
बिहार: ठंड से राहत के लिए स्कूल बंद
बिहार में भी ठंड का प्रकोप जारी है। राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे पहुंच गया है। इस वजह से प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्णय लिया है। यह कदम बच्चों को ठंड से बचाने और स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए उठाया गया है।
राजस्थान: कड़ाके की सर्दी में बढ़ी छुट्टियां
राजस्थान में कड़ाके की ठंड के कारण स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है। जयपुर, जोधपुर और बीकानेर जैसे इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज किया गया है। ऐसे में प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है।
ठंड का असर अन्य राज्यों में भी
उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में भी ठंड ने लोगों का जीवन प्रभावित किया है। इन राज्यों में भी स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद रखा गया है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी ने ठंड को और अधिक बढ़ा दिया है। वहीं, हरियाणा और पंजाब में शीत लहर के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
प्रशासन की सलाह और तैयारी
ठंड के इस प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी है। सुबह और देर रात बाहर निकलने से बचने, गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की हिदायत दी गई है। स्कूलों के बंद होने के बावजूद प्रशासन ने ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई जारी रखने का सुझाव दिया है, ताकि बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो।
आने वाले दिनों का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में उत्तर भारत में ठंड और बढ़ने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रह सकता है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसलिए प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है।