Bima Sakhi Yojana (बीमा सखी योजना) एक ऐसी योजना है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक विकास के उद्देश्य से लॉन्च किया है। यह योजना खासकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए बनाई गई है, जिसमें वे बीमा एजेंट के तौर पर काम कर सकती हैं और इससे न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकती हैं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा सेवाओं के प्रचार-प्रसार में भी मदद कर सकती हैं।
बीमा सखी योजना के अंतर्गत महिलाओं को घर-घर जाकर बीमा सेवाएं उपलब्ध कराने का कार्य सौंपा जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
बीमा सखी योजना का उद्देश्य
इस योजना का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को बीमा एजेंट के रूप में काम करने का अवसर प्रदान करना है, ताकि वे न केवल अपने परिवार की वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकें, बल्कि समाज में बीमा के महत्व को भी बढ़ावा दे सकें। बीमा सखी योजना के तहत जो महिलाएं एजेंट के तौर पर कार्य करेंगी, उन्हें पहले साल में 7000 रुपए प्रति माह की सहायता राशि दी जाएगी।
दूसरे साल में यह राशि घटकर 6000 रुपए हो जाएगी और तीसरे साल में यह 5000 रुपए तक सीमित हो जाएगी। यह राशि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रदान की जाएगी।
टारगेट पूरा करने पर मिलेगा कमीशन और प्रोत्साहन
बीमा सखी एजेंट को सरकार द्वारा एक निर्धारित टारगेट दिया जाएगा। इस टारगेट को पूरा करने पर महिलाओं को कमीशन मिलेगा। इसके अतिरिक्त, सरकार महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए 2100 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करेगी।
यह योजना महिलाओं को और अधिक प्रेरित करेगी ताकि वे निर्धारित लक्ष्यों को पूरा कर सकें और अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इस प्रकार, बीमा सखी योजना न केवल महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने का भी मौका देगी।
बीमा सखी योजना का प्रारंभ
बीमा सखी योजना के तहत पहले चरण में कुल 35,000 महिलाओं को बीमा एजेंट के तौर पर जोड़ा जाएगा। बाद में इस योजना का विस्तार करते हुए, सरकार इस संख्या को 50,000 तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखती है। शुरुआत में यह योजना हरियाणा राज्य में लागू की जाएगी, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को पानीपत से इस योजना की शुरुआत करेंगे।
इसके बाद यह योजना अन्य राज्यों में भी लागू की जा सकती है। इस योजना में शामिल होने के लिए महिलाओं की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उन्हें 10वीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त होना चाहिए। इसके अलावा, महिला को ग्रामीण इलाके की निवासी होना अनिवार्य है।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
बीमा सखी योजना में भाग लेने के लिए हरियाणा की महिलाएं पात्र होंगी। यदि किसी महिला को इस योजना का लाभ उठाना है, तो उसे बीमा एजेंट के रूप में कार्य करने के लिए कुछ आवश्यक मानदंडों को पूरा करना होगा। उन्हें 10वीं पास और ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखने वाली होना चाहिए। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को एक खास ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे अपने कार्य में दक्ष हो सकें और बीमा सेवाओं को प्रभावी रूप से लोगों तक पहुंचा सकें।