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रात को लहसुन वाला दूध पीने के 5 जबरदस्त फायदे – इम्युनिटी से लेकर नींद तक सबकुछ होगा बेहतर

लहसुन और दूध का मिश्रण सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। यह माइग्रेन, कब्ज, कोलेस्ट्रॉल, पाचन विकार और जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं में राहत देता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। रात में नियमित सेवन करने से इसके लाभ तेजी से महसूस होते हैं। एक सरल, सस्ता और प्रभावशाली घरेलू उपाय जो हर उम्र के लिए उपयोगी है।

By PMS News
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रात को लहसुन वाला दूध पीने के 5 जबरदस्त फायदे – इम्युनिटी से लेकर नींद तक सबकुछ होगा बेहतर
Garlic Milk

लहसुन और दूध को मिलाकर पीना शायद अजीब लगे, पर यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद और खाने-पीने के जानकार भी इसे अच्छा मानते हैं। नोएडा की डाइटिशियन खुशबू शर्मा कहती हैं कि अगर लहसुन वाला दूध रोज़ पिया जाए, खासकर रात को सोने से पहले, तो यह शरीर की कई बड़ी बीमारियों को जड़ से ठीक कर सकता है। लहसुन में जो सल्फर होता है और दूध में जो कैल्शियम और प्रोटीन होता है, वे मिलकर शरीर को ताकत देते हैं और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

कैसे बनाएं लहसुन वाला दूध

लहसुन वाला दूध तैयार करना बेहद आसान है, लेकिन इसके प्रभाव बेहद गहरे होते हैं। सबसे पहले लहसुन की कुछ कलियों को छीलकर बारीक काट लें। अब एक गिलास दूध को उबालने के लिए रखें। जब दूध में उबाल आने लगे, तो उसमें कटा हुआ लहसुन डालें। इसे धीमी आंच पर कुछ देर पकाएं। इसके बाद थोड़ा-सा हल्दी पाउडर और स्वादानुसार मिश्री मिलाएं। जब दूध अच्छी तरह उबल जाए और लहसुन पूरी तरह से उसमें समा जाए, तब इसे हल्का ठंडा करके पिएं। यह मिश्रण हर उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद है।

माइग्रेन में लहसुन वाला दूध कैसे है लाभकारी

माइग्रेन, जो एक तीव्र सिरदर्द की स्थिति होती है, उसके लिए लहसुन वाला दूध एक प्राकृतिक उपचार साबित हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक तत्व नसों की सूजन को कम कर सकते हैं। रात को इस दूध का सेवन करने से नींद बेहतर होती है और माइग्रेन के दौरे कम हो सकते हैं। हालांकि, माइग्रेन के मामलों में लहसुन वाला दूध लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

कब्ज और बवासीर में राहत का सरल उपाय

कब्ज और बवासीर जैसी परेशानियां पाचन तंत्र की गड़बड़ी के कारण होती हैं। लहसुन और दूध दोनों में ऐसे गुण होते हैं जो मल को मुलायम बनाते हैं और आंतों की गति को सुधारते हैं। रोज रात को लहसुन वाला दूध पीने से मल त्याग में आसानी होती है और आंतों की सफाई बेहतर होती है। यह बवासीर के लक्षणों को भी धीरे-धीरे कम कर सकता है।

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार

हाई कोलेस्ट्रॉल आजकल एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुका है। लहसुन और दूध का मिश्रण शरीर में जमा हुए बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है। लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो रक्त में लिपिड प्रोफाइल को सुधारने का कार्य करता है। वहीं दूध शरीर को जरूरी पोषण देकर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

पेट से जुड़ी समस्याओं में रामबाण उपाय

अपच, गैस, पेट फूलना और बदहजमी जैसी समस्याएं आजकल के खान-पान और जीवनशैली के कारण तेजी से बढ़ रही हैं। रात को लहसुन वाला दूध पीना पाचन को दुरुस्त करने का आसान और प्रभावी तरीका है। यह पाचन रसों को सक्रिय करता है और आंतों की क्रियाशीलता को बढ़ाता है।

इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में लहसुन और दूध

कोरोना काल के बाद से इम्यूनिटी बढ़ाना हर किसी की प्राथमिकता बन गया है। लहसुन और दूध, दोनों में एंटीऑक्सीडेंट्स और रोग प्रतिरोधक गुण होते हैं। यदि इसमें थोड़ी हल्दी मिला दी जाए, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है। यह मिश्रण शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है और मौसमी बीमारियों से बचाव करता है।

जोड़ों के दर्द में प्राकृतिक राहत

जोड़ों में दर्द और सूजन के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन लहसुन और दूध का नियमित सेवन इनसे राहत दिला सकता है। लहसुन की एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रकृति और दूध की मांसपेशियों को पोषण देने वाली गुणवत्ता इस समस्या में कारगर साबित होती है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और शरीर की सूजन को कम करता है।

क्या लहसुन वाला दूध हर किसी के लिए सुरक्षित है?

हां, सामान्यतः यह मिश्रण सुरक्षित है, लेकिन एलर्जी या किसी विशेष दवा का सेवन कर रहे लोग डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

लहसुन वाला दूध कितनी बार पीना चाहिए?

दिन में एक बार, विशेष रूप से रात को सोने से पहले पीना अधिक फायदेमंद माना जाता है।

क्या यह गर्भवती महिलाओं के लिए उपयुक्त है?

गर्भावस्था में कोई भी घरेलू नुस्खा अपनाने से पहले विशेषज्ञ की राय आवश्यक है।

क्या इसमें शहद मिलाया जा सकता है?

स्वाद के लिए मिश्री का प्रयोग बेहतर माना जाता है, लेकिन हल्की मात्रा में शहद भी डाला जा सकता है, बशर्ते दूध गर्म न हो।

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