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भारत में Voter ID कार्ड बनने के क्या नियम हैं? पाकिस्तानी नागरिक ने बनवा था वोटर कार्ड, जानें कौन बनवा सकता है

क्या आप जानते हैं कि Voter ID कार्ड बनवाने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज और शर्तें जरूरी हैं? एक पाकिस्तानी युवक द्वारा फर्जी तरीके से कार्ड बनवाने की घटना ने मचा दी हलचल—पूरी जानकारी जानिए यहां!

By PMS News
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भारत में वोटर ID कैसे बनता है? जानें कौन बनवा सकता है

भारत में Voter ID कार्ड एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहचान पत्र है, जिसे न केवल मतदान के अधिकार के रूप में देखा जाता है, बल्कि यह एक कानूनी पहचान और पते का प्रमाण भी होता है। चुनाव आयोग (Election Commission of India) द्वारा जारी किया जाने वाला यह कार्ड केवल भारतीय नागरिकों के लिए होता है। हालांकि हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने इस प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए। एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा Voter ID कार्ड हासिल कर लेने का मामला सामने आया, जिसने भारत की नागरिकता नीति और मतदाता पहचान प्रणाली को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न कर दी है।

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वोटर कार्ड के लिए पात्रता की शर्तें

वोटर कार्ड प्राप्त करने के लिए कुछ ठोस मानदंड तय किए गए हैं। पहला और सबसे महत्वपूर्ण यह कि आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए। इसके साथ ही उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और वह जिस निर्वाचन क्षेत्र में आवेदन कर रहा है, वहां का स्थायी निवासी भी होना अनिवार्य है। Voter ID के लिए आवेदन करते समय फॉर्म 6 भरना होता है, जिसमें आवेदक को अपनी नागरिकता की स्पष्ट घोषणा करनी होती है और इसके समर्थन में पते व आयु के प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत करने होते हैं। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है।

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पाकिस्तानी नागरिक द्वारा Voter ID प्राप्त करने का मामला

हाल ही में सामने आए मामले में, एक पाकिस्तानी नागरिक — ओसामा — ने जम्मू-कश्मीर के उरी क्षेत्र में रहते हुए Voter ID कार्ड प्राप्त किया और दावा किया कि उसने भारत में मतदान भी किया है। यह मामला गंभीर इसलिए हो गया क्योंकि उसने फॉर्म 6 में झूठी जानकारी देकर मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाया। जांच के बाद, संबंधित प्रशासन ने न केवल उसका नाम हटाया बल्कि उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई और अंततः उसे पाकिस्तान वापस भेज दिया गया। यह घटना न केवल चुनाव प्रणाली की पारदर्शिता के लिए एक चुनौती है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अत्यंत गंभीर है।

कानूनी दृष्टिकोण और दंडात्मक प्रावधान

भारत के कानून के अनुसार, कोई भी विदेशी नागरिक — चाहे वह कितने भी वर्षों से भारत में क्यों न रह रहा हो — Voter ID के लिए पात्र नहीं होता। यदि कोई व्यक्ति गलत जानकारी देकर कार्ड बनवा लेता है तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है, जिसमें जेल और आर्थिक जुर्माना दोनों शामिल हैं।

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