अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो गाड़ी का इंश्योरेंस रिन्यू कराने में टालमटोल करते रहते हैं या फिर सोचते हैं कि बिना बीमा के गाड़ी चलाना कोई बड़ी बात नहीं है, तो अब आपको सचेत हो जाना चाहिए। सरकार और ट्रैफिक विभाग ने इस बार इस मामले में सख्त नियम लागू किए हैं। नए नियमों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति बिना वैध इंश्योरेंस के गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाता है, तो उससे पहले के मुकाबले तीन गुना ज्यादा जुर्माना लिया जाएगा। यह नियम सिर्फ कार और बाइक तक नहीं, बल्कि सभी तरह की निजी और कमर्शियल गाड़ियों पर लागू होगा।

अब आपको कोई बहाना नहीं चलेगा, क्योंकि कानून अब सख्त हो चुका है और ट्रैफिक पुलिस हर जगह अलर्ट है। यह बदलाव आपको ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि बिना बीमा के गाड़ी चलाने पर भारी जुर्माना और कानूनी परेशानी हो सकती है।
नया नियम क्या कहता है?
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अब बिना इंश्योरेंस के पकड़े जाने पर जुर्माना पहले से बहुत बढ़ गया है। पहले जुर्माना 2,000 रुपये तक होता था, लेकिन अब यह 5,000 रुपये तक हो सकता है। अगर आप बार-बार बिना इंश्योरेंस के पकड़े गए तो आपके खिलाफ केस भी दर्ज हो सकता है। इसका मतलब यह है कि अब यह गलती करना बहुत महंगा और खतरनाक हो सकता है।
इंश्योरेंस क्यों जरूरी है?
कुछ लोग इंश्योरेंस को सिर्फ कागजी काम समझते हैं, लेकिन असल में यह आपकी और दूसरों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। अगर आपके पास इंश्योरेंस नहीं है और कोई हादसा या नुकसान होता है, तो आपको वह सब खुद ही खर्च करना पड़ेगा। इंश्योरेंस आपको कई फायदे देता है, जैसे कि अगर आपने किसी तीसरी पार्टी को नुकसान पहुंचाया तो इंश्योरेंस कंपनी उसका खर्च उठाती है, अगर आपकी गाड़ी को नुकसान होता है तो क्लेम मिल सकता है, चोरी या आगजनी जैसी घटनाओं में भी राहत मिलती है। कई कंपनियां कैशलेस क्लेम की सुविधा भी देती हैं, जिससे आपको अपनी जेब से पैसे नहीं देने पड़ते।
बिना बीमा के नुकसान क्या हो सकते हैं?
नए नियम के तहत बिना बीमा के गाड़ी चलाने पर आपको बड़ा जुर्माना तो लगेगा ही, और अगर आप यह गलती बार-बार करते हैं तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। अगर एक्सीडेंट होता है तो आपको अपनी गाड़ी का खर्च अपनी जेब से करना पड़ेगा। और अगर तीसरी पार्टी को नुकसान होता है, तो उसका खर्च भी आपको खुद उठाना होगा। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस आपकी गाड़ी को जब्त भी कर सकती है।
कैसे चेक करें आपका इंश्योरेंस वैध है या नहीं?
यह जानने के लिए कि आपका इंश्योरेंस वैध है या नहीं, अब बहुत आसान तरीका है। आप घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से इसे चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल parivahan.gov.in पर जाकर ‘Vehicle Related Services’ चुनना होगा। फिर अपनी गाड़ी का RC नंबर डालकर इंश्योरेंस स्टेटस सेक्शन में सारी जानकारी देख सकते हैं।
इंश्योरेंस रिन्यू करना अब और आसान
अब आपको एजेंट के पास जाने की जरूरत नहीं है। कई कंपनियां जैसे PolicyBazaar, Digit, ICICI Lombard, SBI General आपको ऑनलाइन इंश्योरेंस रिन्यू करने की सुविधा देती हैं। इसके अलावा, बैंकिंग ऐप्स जैसे SBI, HDFC, Axis, PhonePe पर भी आप आसानी से बीमा करवा सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन नहीं करना चाहते तो पास के एजेंट से भी इंश्योरेंस करवा सकते हैं।
रिन्यू करते वक्त ध्यान रखने वाली बातें
जब आप अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस रिन्यू कराएं तो ध्यान रखें कि बीमा की वैधता कब तक है और कौन सा बीमा आपके लिए सही है, थर्ड पार्टी या कंप्रीहेंसिव। अगर आपके पास नो क्लेम बोनस (NCB) है तो उसका फायदा जरूर लें। गाड़ी की IDV (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू) सही से तय करें और यह भी जांचें कि कैशलेस गैरेज की सुविधा मिल रही है या नहीं।
ट्रैफिक पुलिस और सरकार की अपील
सरकार का कहना है कि नए नियम किसी को परेशान करने के लिए नहीं हैं, बल्कि सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखकर लागू किए गए हैं। जब आप सड़क पर गाड़ी चलाते हैं, तो आपके पास लाइसेंस, RC, PUC और इंश्योरेंस डॉक्युमेंट्स होना जरूरी है। अगर आपके पास यह डॉक्युमेंट्स नहीं हैं तो जुर्माना तो लगेगा ही, और अगर कोई हादसा होता है तो आपको कानूनी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
जुर्माने से बचने के तरीके
अगर आप इंश्योरेंस रिन्यू करने की तारीख भूल जाते हैं, तो आप SMS अलर्ट या मोबाइल ऐप से रिमाइंडर सेट कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने डॉक्युमेंट्स की डिजिटल कॉपी DigiLocker या अपने फोन में रख सकते हैं। और अगर आप चाहते हैं कि आपको हर बार इंश्योरेंस रिन्यू न करना पड़े, तो आप मल्टी-ईयर प्लान भी ले सकते हैं। इंश्योरेंस क्लेम हिस्ट्री संभालकर रखें, ताकि अगली बार प्रीमियम में छूट मिल सके।
अब गाड़ी चलाने से पहले सभी जरूरी कागजात, खासकर इंश्योरेंस, सही रख लें। अगर आपने अब तक इंश्योरेंस रिन्यू नहीं कराया है, तो देर न करें। जुर्माना अब पहले से तीन गुना तक हो सकता है और साथ ही कानूनी परेशानियां भी आ सकती हैं।