knowledge

आधार कार्ड से जुड़े अपराध करने वाले सावधान! अगर किए ये काम तो होगी जेल, लगेगा 1 लाख तक का जुर्माना

आधार से जुड़े अपराधों को गंभीरता से लिया गया है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कानून और दंड निर्धारित किए हैं।

By PMS News
Published on
आधार कार्ड से जुड़े अपराध करने वाले सावधान! अगर किए ये काम तो होगी जेल, लगेगा 1 लाख तक का जुर्माना
Aadhaar-related crimes

आधार कार्ड आजकल हम सबके लिए बहुत ज़रूरी हो गया है। यह एक ऐसा कार्ड है जो बताता है कि हम कौन हैं। हमें सिम कार्ड लेने के लिए, बैंक में खाता खोलने के लिए और सरकार की कई योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड की ज़रूरत होती है। आधार कार्ड में हमारे बारे में सारी जानकारी होती है, जैसे हमारा नाम, पता और उंगलियों के निशान।

अगर यह कार्ड किसी गलत इंसान के हाथ में चला जाए तो हमारी बहुत सारी परेशानियाँ हो सकती हैं। इसलिए हमें अपने आधार कार्ड को बहुत संभालकर रखना चाहिए और इसे सुरक्षित रखने के तरीके जानने चाहिए।

आधार से जुड़े अपराध और उनके परिणाम

आधार से जुड़े अपराधों को गंभीरता से लिया गया है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कानून और दंड निर्धारित किए हैं। ऐसे 8 प्रमुख अपराध हैं जिनके लिए सजा का प्रावधान है। इन अपराधों में संलिप्त पाए जाने पर आपको भारी जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है।

Also ReadGoogle Job Tips: गूगल में शानदार जॉब्स दिलाएंगे ये कोर्स, मिलेगा लाखों का पैकेज…विदेश जाने का भी मिलता है मौका

Google Job Tips: गूगल में शानदार जॉब्स दिलाएंगे ये कोर्स, मिलेगा लाखों का पैकेज…विदेश जाने का भी मिलता है मौका

  1. गलत जानकारी देना: आधार नामांकन के दौरान गलत जनसांख्यिकीय या बायोमेट्रिक जानकारी देना एक गंभीर अपराध है। इसके लिए 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना, या दोनों का प्रावधान है। इसका मतलब है कि अगर आप नामांकन के दौरान जानबूझकर गलत जानकारी देते हैं, तो आपको कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है।
  2. पहचान की चोरी: आधार संख्या होल्डर की पहचान को अपनाना या उसकी जानकारी बदलने का प्रयास करना अपराध की श्रेणी में आता है। इसमें भी 3 साल तक की कैद और 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
  3. फर्जी एजेंसी बनकर धोखा देना: किसी अधिकृत एजेंसी का दिखावा करके किसी निवासी की पहचान संबंधी जानकारी एकत्रित करना अपराध है। इस स्थिति में 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। अगर यह अपराध किसी कंपनी द्वारा किया जाता है, तो जुर्माने की राशि 1 लाख रुपये तक हो सकती है।
  4. गोपनीय जानकारी का खुलासा: अगर किसी व्यक्ति द्वारा नामांकन या प्रमाणीकरण के दौरान एकत्रित जानकारी को किसी अनधिकृत व्यक्ति के सामने प्रकट किया जाता है, तो यह भी अपराध है। इसके लिए 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना है। कंपनियों के लिए यह जुर्माना 1 लाख रुपये तक हो सकता है।
  5. डेटा हैकिंग और अनधिकृत पहुंच: केंद्रीय पहचान डेटा रिपोजिटरी (CIDR) तक अनधिकृत पहुंच बनाना या उसे हैक करना एक गंभीर अपराध है। इसके लिए 10 साल तक की सजा और कम से कम 10 लाख रुपये का जुर्माना निर्धारित है। यह प्रावधान इस बात पर जोर देता है कि आधार डेटा की सुरक्षा सर्वोपरि है।
  6. डेटा के साथ छेड़छाड़: केंद्रीय पहचान डेटा रिपोजिटरी में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने पर 10 साल तक की कैद और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह सुनिश्चित करता है कि आधार डेटा से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ गंभीरता से ली जाती है।
  7. अनधिकृत उपयोग: किसी व्यक्ति की पहचान संबंधी जानकारी का अनधिकृत उपयोग भी अपराध की श्रेणी में आता है। इसके लिए 3 साल तक की कैद या 10,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कंपनियों के लिए 1 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
  8. सामान्य अपराधों के लिए जुर्माना: अगर किसी अपराध के लिए विशेष दंड का प्रावधान नहीं है, तब भी अपराधी को 3 साल तक की कैद या 25,000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। कंपनी के मामले में जुर्माना 1 लाख रुपये तक हो सकता है।

आधार कार्ड में आपकी व्यक्तिगत जानकारी होती है, जिसका दुरुपयोग किसी अवैध गतिविधि में किया जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप इसे सुरक्षित रखें और केवल विश्वसनीय प्लेटफॉर्म और सेवाओं पर ही इसका उपयोग करें।

Also ReadTerritorial Army: इंडियन आर्मी और टेरिटोरियल आर्मी में क्या अंतर है, जानें भर्ती, नौकरी, सैलरी व पेंशन नियम

Territorial Army: इंडियन आर्मी और टेरिटोरियल आर्मी में क्या अंतर है, जानें भर्ती, नौकरी, सैलरी व पेंशन नियम

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें