उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच एक नया एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, जो न केवल इन दोनों राज्यों के गांवों और शहरों को जोड़ेगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी अभूतपूर्व बदलाव लाएगा। UP New Expressway के माध्यम से यातायात का अनुभव बदल जाएगा, साथ ही व्यापार और कनेक्टिविटी के नए रास्ते खुलेंगे।
UP New Expressway का मार्ग और कनेक्टिविटी
इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे से होगी और यह हरियाणा के पलवल में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के इंटरचेंज से जुड़ेगा। इसकी प्रमुख विशेषता यह है कि यह नोएडा और गुरुग्राम के बीच यात्रा को सुगम और तेज बनाएगा। इसके अलावा, यह कई राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़कर पूरे क्षेत्र की कनेक्टिविटी को व्यापक करेगा, जिससे व्यवसायिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
एक्सप्रेसवे की लंबाई और लेन
यह एक्सप्रेसवे 71 किलोमीटर लंबा होगा और इसे 4-लेन के रूप में डिजाइन किया गया है। भविष्य में इसे 6-लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। एक्सप्रेसवे पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल्ड होगा, जिससे सुरक्षा के मानकों का पालन होगा और यात्रा अधिक आरामदायक व तेज होगी।
लाभ और प्रभाव
यह एक्सप्रेसवे आसपास के गांवों और क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होगा।
- यात्रा समय में भारी कमी आएगी, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी।
- अलीगढ़-खैर रोड के उन्नयन और आसपास के बुनियादी ढांचे में तेजी आएगी।
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम जैसे शहरी केंद्रों तक पहुंच आसान होने से व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- औद्योगिक और रियल एस्टेट क्षेत्रों में निवेश के अवसरों में बढ़ोतरी होगी, जिससे रोजगार सृजन होगा।
परियोजना की लागत और समय सीमा
हालांकि परियोजना की अनुमानित लागत और समय सीमा का विस्तृत विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन सरकार इसे प्राथमिकता पर रखते हुए समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।