
उत्तराखंड (Uttarakhand) में अगले 48 घंटे मानसून की नजरों से बेहद अलर्ट रहने के की घोषणा की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के प्रमुख जिलों में बहुत भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया है। यह अलर्ट 4 और 5 अगस्त के लिए है, जिसमें देहरादून, टिहरी, पौड़ी और बागेश्वर जैसे को सबसे अधिक प्रभावित बताया गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
रातभर बारिश से बढ़ी मुश्किलें, सड़कों पर जमा हुआ पानी-पानी
देहरादून (Dehradun) समेत कई जिलों में बीती रात से ही तेज बारिश का सिलसिला जारी है। लगातार हो रही बारिश ने राजधानी सहित अन्य क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति पैदा कर दी है। कई प्रमुख मार्गों पर पानी भर जाने के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। और लोगों को कई तरह की भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ा लैंडस्लाइड का खतरा
जहां एक ओर मैदानी इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर पहाड़ी जिलों में भूस्खलन (Landslide) की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और अल्मोड़ा जैसे क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण लैंडस्लाइड का खतरा गंभीर रूप ले चुका है। मौसम विभाग ने इन जिलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई है।
मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के वरिष्ठ वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी दी है कि 4 और 5 अगस्त को उत्तराखंड में मानसून काफी सक्रिय रहेगा। उन्होंने बताया कि देहरादून, टिहरी, पौड़ी और बागेश्वर जिलों में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया गया है। इसके अलावा हरिद्वार, नैनीताल और चंपावत में भी भारी बारिश (Heavy Rain) की संभावना है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में कई इलाकों में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई है, और यह सिलसिला अगले दो दिन तक जारी रहने की संभावना है।
राज्य सरकार की तैयारियां और निर्देश
प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से चारधाम यात्रा मार्गों पर सतर्कता बढ़ाने और प्रभावित मार्गों को जल्द खोलने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि वर्तमान में राज्य में 61 सड़कों पर यातायात बाधित है, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
6 से 8 अगस्त तक क्या रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, 6, 7 और 8 अगस्त को उत्तराखंड में मानसून की गतिविधियों में कुछ कमी आ सकती है। हालांकि, इस दौरान भी राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना इन दिनों भी बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों को अभी भी सतर्क रहने की सलाह दी है।
यात्रा करने वालों के लिए विशेष चेतावनी
मौसम विभाग और राज्य प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और केवल आवश्यक होने पर ही घर से निकलें। खासकर जो यात्री पहाड़ी मार्गों या चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) पर जा रहे हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। नदी-नालों के पास जाने से बचें क्योंकि जलस्तर में अचानक वृद्धि हो सकती है।
नदियों के जलस्तर में उफान, हरिद्वार और ऋषिकेश में खतरे की स्थिति
गंगा नदी हरिद्वार में चेतावनी स्तर के करीब पहुंच गई है। वहीं, ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी भी उफान पर है। इससे आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी है।
प्रदेश के कई जिलों में मचा हाहाकार
राज्य के विभिन्न जिलों से (Heavy Rainfall) की खबरें सामने आ रही हैं। धारचूला के सोबला गांव में भारी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। इस तरह की घटनाएं राज्य के अन्य हिस्सों में भी हो रही हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। लगातार बारिश से ना सिर्फ आवागमन प्रभावित हुआ है बल्कि लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
सावधानी ही सुरक्षा है जनता की अपील
राज्य सरकार और मौसम विभाग दोनों ने आम जनता से अपील की है कि वे मौसम की गंभीरता को समझें और पूरी सावधानी के साथ ही घर से निकलें। विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि वहां बारिश के साथ-साथ लैंडस्लाइड और सड़कों के बंद होने का खतरा अधिक है।