144 वर्षों के बाद हो रहे ऐतिहासिक महाकुंभ को लेकर उत्तर प्रदेश में विशेष तैयारियां चल रही हैं। इस मौके पर विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रमुख स्नान तिथियों पर तीन दिन के सार्वजनिक अवकाश की मांग की है। संगठन का कहना है कि यह अवसर आगे कई पीढ़ियों तक नहीं आएगा, इसलिए प्रदेश के सभी कर्मचारियों और शिक्षकों को इसमें शामिल होने का मौका मिलना चाहिए।
महाकुंभ की स्नान तिथियों पर विशेष अवकाश की अपील
संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी और प्रदेश सचिव दिलीप चौहान ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा जैसे खास स्नान पर्वों पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। यह कदम प्रदेश के लाखों लोगों को इस ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा।
महंगाई भत्ते को वेतन में मर्ज करने की मांग
इंडियन पब्लिक सर्विस इम्प्लाइज फेडरेशन (इप्सेफ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) को वेतन में मर्ज करने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष वीपी मिश्र ने कहा कि जब महंगाई भत्ता 50% से ज्यादा हो जाता है, तो इसे वेतन में जोड़ना एक पुरानी परंपरा है। यह कदम कर्मचारियों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है।
आउटसोर्सिंग और संविदा कर्मचारियों के लिए सुरक्षा की मांग
इप्सेफ ने प्रधानमंत्री से यह भी अपील की है कि आउटसोर्सिंग और संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा और न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करने के लिए नियम बनाए जाएं। संगठन ने इस मुद्दे को कर्मचारियों के हित में बेहद जरूरी बताया है।