
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बार-बार वीडी सावरकर पर की जा रही टिप्पणियों को लेकर एक बार फिर विवाद गहराता जा रहा है। इस बार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन व्यक्तित्व को राहुल गांधी “गाली” देते हैं, उन्हें खुद उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सम्मानित किया था। गिरिराज सिंह ने सावरकर के सम्मान में जारी डाक टिकट की भी चर्चा की।
सावरकर जयंती की पूर्व संध्या पर गिरिराज सिंह का बयान
वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सावरकर एक महान आत्मा थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। इस मौके पर उन्होंने सावरकर के विचारों को याद करते हुए युवाओं से अपील की कि वे उनके बताए रास्ते पर चलें और भारत को कभी कमजोर न पड़ने दें।
गिरिराज सिंह ने सावरकर को “देशभक्ति की प्रतिमूर्ति” बताया और आलोचकों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आज टीवी चैनलों पर कुछ लोग “मरे हुए लोगों” के खिलाफ बहस कर रहे हैं और ऐसे व्यक्तित्व को बदनाम कर रहे हैं जिसने अपना सर्वस्व राष्ट्र को अर्पित कर दिया।
“आप जिनकी आलोचना कर रहे हैं, उन्हें इंदिरा गांधी ने सम्मानित किया था”
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “मैं राहुल गांधी और उनकी पार्टी से कहना चाहता हूं कि आप सावरकर जी को गाली दे सकते हैं, लेकिन आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि आपकी दादी इंदिरा गांधी ने 1970 के दशक में उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया था।”
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कांग्रेस आज उस इतिहास को क्यों भूल रही है जिसमें खुद उनकी ही सरकार ने सावरकर को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक अहम स्तंभ माना था। गिरिराज ने यह भी कहा कि यह दोहरी सोच कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति को दर्शाता है।
राष्ट्र और देश की अवधारणा पर गिरिराज सिंह का स्पष्टीकरण
कार्यक्रम के दौरान गिरिराज सिंह ने “देश” और “राष्ट्र” के बीच के अंतर को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि “देश” एक भौगोलिक इकाई है, लेकिन “राष्ट्र” एक भावनात्मक और सांस्कृतिक अवधारणा है, जो देशवासियों की एकता, परंपरा और सोच से निर्मित होती है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इजरायल भले ही एक समय भूगोल से मिट गया था, लेकिन वहां के लोगों के दिल और दिमाग में राष्ट्र कभी नहीं मरा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यही भावना भारत को भी एक राष्ट्र के रूप में जीवित और सक्रिय बनाए हुए है।
नरेंद्र मोदी की राष्ट्र केंद्रित नीतियों की सराहना
गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जाति, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता और अन्य विषयों पर बात जरूर की है, लेकिन उन्होंने हमेशा “राष्ट्र” को केंद्र में रखा है। उन्होंने कहा कि भले ही जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय की चर्चा हो, लेकिन “राष्ट्रीय चिंता” को कभी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मोदी सरकार की प्राथमिकता राष्ट्रवाद रही है और इसी सोच के चलते भारत वैश्विक मंचों पर आज एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरा है।
राहुल गांधी को “अत्यंत मूर्ख” करार, सावरकर पर झूठे आरोपों का आरोप
इस कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने भी राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने राहुल को “अत्यंत मूर्ख व्यक्ति” कहा और आरोप लगाया कि वह वीडी सावरकर पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।
देवधर ने जोर देकर कहा कि सावरकर ने कभी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी थी, और यह कहना कि उन्होंने ब्रिटिश शासन के आगे झुककर क्षमा याचना की, ऐतिहासिक तथ्यों का गलत चित्रण है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इतिहास की सही समझ नहीं है और वह केवल राजनीतिक लाभ के लिए सावरकर जैसे राष्ट्रनायक को निशाना बना रहे हैं।
सावरकर को लेकर राजनीति की गरमाहट
वीडी सावरकर पर टिप्पणी को लेकर भारतीय राजनीति में लगातार गर्माहट देखी जा रही है। कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे को लेकर वाकयुद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा। भाजपा जहां सावरकर को राष्ट्रवादी विचारधारा का प्रतीक मानती है, वहीं कांग्रेस उनके कुछ विचारों और उनके इतिहास को लेकर संदेह जताती रही है।
गिरिराज सिंह और सुनील देवधर की टिप्पणियां एक बार फिर इस मुद्दे को चुनावी और वैचारिक बहस के केंद्र में ले आई हैं। अब देखना यह है कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और राहुल गांधी आगे क्या रुख अपनाते हैं।