Free Toll: अगर आप भी टोल टैक्स की परेशानी का सामना करते हैं, तो ये खबर आपके काम की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में कुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए सात प्रमुख हाईवे को 40 दिन के लिए टोल-फ्री कर दिया है। इसका फायदा केवल निजी वाहनों को मिलेगा, जबकि कॅामर्शियल और भारी वाहनों पर टोल टैक्स लागू रहेगा।
प्रयागराज महाकुंभ की तैयारी
2025 के महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। इस विशाल आयोजन के कारण प्रयागराज में यातायात को सुगम बनाने और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के लिए हाईवे पर टोल हटाने का निर्णय लिया गया है। इस आयोजन के मद्देनजर मेला प्रशासन ने कई विशेष व्यवस्थाएँ की हैं, जिसमें तंबुओं की नगरी का निर्माण, सुरक्षा इंतजाम, और यातायात प्रबंधन शामिल है।
टोल फ्री की मांग और केंद्र सरकार का निर्णय
उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र से अनुरोध किया था कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टोल टैक्स माफ किया जाए। केंद्र सरकार ने इस अनुरोध को गंभीरता से लेते हुए कुंभ के दौरान प्रयागराज के प्रवेश मार्गों पर टोल न वसूलने का निर्णय लिया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस आदेश को अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
7 टोल प्लाजाओं पर मिलेगी छूट
कुंभ मेले के दौरान निजी वाहन मालिकों को इन 7 टोल प्लाजाओं पर से टोल टैक्स की छूट दी गई है। जानकारी के अनुसार, कुल श्रद्धालुओं में लगभग 40% लोग अपने निजी वाहनों से मेला परिसर में आएंगे। भारी और कॅामर्शियल वाहनों के लिए टोल चार्ज पहले की तरह लागू रहेगा।
ये हैं टोल फ्री टोल प्लाजा
महाकुंभ के दौरान 40 दिन के लिए इन टोल प्लाजाओं पर श्रद्धालुओं के वाहनों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा:
- चित्रकूट राजमार्ग पर उमापुर टोल प्लाजा
- रीवा राजमार्ग पर गन्ने टोल प्लाजा
- मीरजापुर मार्ग पर मुंगारी टोल प्लाजा
- वाराणसी मार्ग पर हंडिया टोल प्लाजा
- कानपुर मार्ग पर कोखराज टोल प्लाजा
- लखनऊ राजमार्ग पर अंधियारी टोल प्लाजा
- अयोध्या राजमार्ग पर मऊआइमा टोल प्लाजा
कुंभ में सुविधाओं का विस्तार
महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए तंबुओं की नगरी बनाई जा रही है, जो एक विशाल और अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी। सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ, यातायात व्यवस्था को भी सुचारू बनाने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। मेले के दौरान मार्गों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई मार्गों को वन-वे ट्रैफिक किया जाएगा, ताकि आवागमन में किसी तरह की रुकावट न हो।