मंदिर में कब और कैसे बजानी चाहिए घंटी? जानिए सही तरीका

मंदिर में घंटी बजाना सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि ध्यान और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है। इसे केवल प्रवेश के समय और आरती में बजाना चाहिए, जबकि बाहर निकलते समय या शाम की पूजा में नहीं। घंटी की मध्यम ध्वनि मन को शांत करती है और ईश्वरीय ऊर्जा को जाग्रत करती है। यह लेख घंटी बजाने के धार्मिक और वैज्ञानिक पहलुओं को विस्तार से समझाता है।
Read moreमंदिर में चप्पल खो जाए तो क्या होता है? क्या ये अपशगुन है?

मंदिर से चप्पल चोरी होना ज्योतिषीय रूप से शुभ संकेत माना जाता है। यह घटना शनि ग्रह की नकारात्मकता से मुक्ति और जीवन में सकारात्मक बदलाव का संकेत देती है। यह दर्शाता है कि कोई बड़ी समस्या समाप्त हो रही है और आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन होने वाला है। इसे अंधविश्वास मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Read more