गाजियाबाद और नोएडा के स्कूलों में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के चलते बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। गाजियाबाद प्रशासन ने 1 जनवरी से 18 जनवरी 2025 तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। वहीं, नोएडा के कई स्कूलों में ऑनलाइन माध्यम से बच्चों का सिलेबस पूरा किया जा रहा है। दिल्ली सरकार ने भी 1 से 15 जनवरी तक विंटर वेकेशन का ऐलान किया था, और अब 16 जनवरी से स्कूलों के खुलने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह छुट्टियां आगे भी बढ़ाई जा सकती हैं।
गाजियाबाद में 18 जनवरी तक स्कूल बंद, स्टाफ के लिए छूट नहीं
गाजियाबाद प्रशासन ने बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का फैसला किया है। लेकिन यह निर्णय केवल बच्चों पर लागू होता है। स्कूल स्टाफ को छुट्टी नहीं दी गई है और उन्हें नियमित रूप से स्कूल आना होगा। इस निर्णय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्कूल के सभी प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्य जारी रहें।
20 जनवरी से खुलने की उम्मीद
गाजियाबाद में स्कूलों के 20 जनवरी 2025 से दोबारा खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में शीत लहर और कोहरे की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने संभावित तारीख को भी मौसम के अनुसार समायोजित करने का संकेत दिया है।
दिल्ली के स्कूलों में 16 जनवरी से कक्षाएं शुरू होने की संभावना
दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी से 15 जनवरी तक विंटर वेकेशन की घोषणा की थी। यदि मौसम सामान्य रहा तो 16 जनवरी से सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को दोबारा खोलने की योजना बनाई गई है। लेकिन अगर शीत लहर और कोहरा इसी तरह जारी रहता है तो छुट्टियों को आगे बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।
ऑनलाइन शिक्षा का सहारा ले रहे हैं नोएडा के स्कूल
नोएडा के कई स्कूलों ने ठंड के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन शिक्षा को प्राथमिकता दी है। बच्चों का सिलेबस ऑनलाइन माध्यम से पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि उनके शिक्षण पर कोई असर न पड़े। यह कदम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए फायदेमंद है जो इस समय स्कूल जाने में असमर्थ हैं।
ठंड और कोहरे से बढ़ी परेशानी
दिल्ली-एनसीआर में इस समय शीत लहर का प्रकोप जारी है। घने कोहरे ने परिवहन और दैनिक जीवन को प्रभावित किया है। ठंड से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का फैसला स्वागत योग्य है।
आगे भी बढ़ सकती हैं छुट्टियां
शीत लहर और कोहरे की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इशारा किया है कि स्कूलों की छुट्टियां आगे भी बढ़ाई जा सकती हैं। बच्चों की सुरक्षा और सेहत को प्राथमिकता देते हुए ही यह निर्णय लिया जाएगा।