देशभर में कड़ाके की ठंड, शीतलहर और घने कोहरे का प्रकोप जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। छात्रों को 4 से 5 दिनों का अवकाश दिया गया है, ताकि उन्हें राहत मिल सके। कई जिलों में स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है।
राजस्थान में स्कूलों की छुट्टियां
राजस्थान के विभिन्न जिलों में शीतलहर की तीव्रता को देखते हुए कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए स्कूलों को 11 जनवरी 2025 तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिन जिलों में यह आदेश लागू है, उनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर, खैरथल-तिजारा, झालावाड़, कोटपूतली-बहरोड़, झुंझुनूं, नागौर, अलवर, चूरू और बीकानेर शामिल हैं।
बिहार में भी 11 जनवरी तक स्कूल बंद
बिहार के भी कई जिलों में प्रशासन ने 11 जनवरी तक स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। राज्य में सर्दी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, और छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया गया है।
चंडीगढ़ प्रशासन का नया आदेश
चंडीगढ़ में प्रशासन के शिक्षा विभाग ने 13 से 18 जनवरी 2025 तक स्कूलों के समय में बदलाव किया है। सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। यह बदलाव छात्रों की सुविधा और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों का समय
सिंगल शिफ्ट स्कूल
- कक्षाएं: सभी
- शिक्षकों का समय: सुबह 8:45 बजे से दोपहर 2:45 बजे तक
- विद्यार्थियों का समय: सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक
डबल शिफ्ट स्कूल
- कक्षा 6 और उससे ऊपर:
- शिक्षकों का समय: सुबह 8:45 बजे से दोपहर 2:45 बजे तक
- विद्यार्थियों का समय: सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक
- कक्षा 1 से 5 तक:
- शिक्षकों का समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक
- विद्यार्थियों का समय: दोपहर 12:30 बजे से शाम 3:30 बजे तक
प्रारंभिक कक्षाएं (Pre-Primary)
- कक्षाओं का समय: सुबह 9:30 बजे से तीन घंटे तक
निजी स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश
13 से 18 जनवरी 2025 तक, निजी स्कूलों को सुबह 9:30 बजे से पहले और दोपहर 3:30 बजे के बाद कक्षाएं संचालित करने की अनुमति नहीं है। हालांकि, शिक्षकों और स्टाफ के समय को स्कूल अपनी सुविधानुसार तय कर सकते हैं।
परीक्षाओं के लिए विशेष निर्देश
यदि आवश्यक हो, तो प्री-बोर्ड परीक्षाएं बोर्ड कक्षाओं के लिए सुबह 9:00 बजे से आयोजित की जा सकती हैं। शिक्षकों का समय भी परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार तय किया जा सकता है। यह बदलाव छात्रों के हित में किया गया है, ताकि वे परीक्षाओं की तैयारी के दौरान किसी भी असुविधा का सामना न करें।
छात्रों को राहत और सुरक्षा के कदम
राज्यों द्वारा लिए गए ये निर्णय न केवल छात्रों को राहत देंगे, बल्कि ठंड और शीतलहर के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सहायक होंगे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्कूल बंद रहने के दौरान ऑनलाइन क्लासेस का भी विकल्प उपलब्ध कराया जा सकता है।