UP School Holiday: कड़ाके की ठंड को देखते हुए यूपी के जिला अधिकारियों ने नर्सरी से आठवीं तक के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश घोषित किया है। यह निर्णय यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा। 1 जनवरी से 5 जनवरी तक छुट्टी का आदेश जिले के सभी स्कूलों में लागू रहेगा।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में विस्तारित अवकाश
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में 14 जनवरी तक का अवकाश घोषित किया गया है। यह अवकाश 26 दिसंबर से शुरू हो चुका है। शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि इस अवधि में ठंड से बचाव के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं।
आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए भी छुट्टी की मांग
नानौता में अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा ने आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भी शीतकालीन अवकाश दिए जाने की मांग उठाई। उनका तर्क है कि 3 से 6 वर्ष के बच्चे ठंड से बेहद प्रभावित होते हैं। इन बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें भी अवकाश का लाभ मिलना चाहिए।
ज्ञापन के माध्यम से जिलाधिकारी से अपील
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया कि अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालयों में संचालित होते हैं, जहां पहले ही शीतकालीन अवकाश घोषित किया जा चुका है। ऐसे में आंगनबाड़ी बच्चों के लिए भी अवकाश सुनिश्चित किया जाए।
बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर जोर
ठंड के मौसम में छोटे बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याओं से बचने के लिए उन्हें गर्म कपड़े पहनाने और पर्याप्त पौष्टिक आहार देने की आवश्यकता है। शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य बच्चों को इस कठोर मौसम में सुरक्षित रखना है।
अवकाश के आदेश का कड़ाई से पालन
जिला विद्यालय निरीक्षक प्रथम राजेश कुमार ने आदेश दिया है कि शीतकालीन अवकाश का सख्ती से पालन हो। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि डीएम के आदेश का उल्लंघन न करें।
अभिभावकों और बच्चों के लिए राहत
शीतकालीन अवकाश ने बच्चों और अभिभावकों को राहत दी है। ठंड के दौरान बच्चे घर में सुरक्षित रह सकते हैं, और माता-पिता इस समय का उपयोग उनके साथ समय बिताने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने में कर सकते हैं।