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Nuclear War: पुतिन की परमाणु नीति से खड़ा हुआ तीसरे विश्व युद्ध का खतरा! जानें, अगर न्यूक्लियर हमला हुआ तो कैसी होगी दुनिया की तबाही

न लोग बचेंगे, न फसल उगेगी! धरती बर्फ की तरह जम जाएगी, रेडिएशन से मच सकती है करोड़ों मौतें। रूस और NATO के बीच बढ़ते तनाव ने बढ़ाया न्यूक्लियर वॉर का खतरा, जानें इसके खतरनाक प्रभाव।

By PMS News
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Nuclear War: पुतिन की परमाणु नीति से खड़ा हुआ तीसरे विश्व युद्ध का खतरा! जानें, अगर न्यूक्लियर हमला हुआ तो कैसी होगी दुनिया की तबाही

दुनिया पर न्यूक्लियर अटैक का खतरा गहराता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा यूक्रेन को हथियारों की मंजूरी देने और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा नई परमाणु नीति को हरी झंडी मिलने के बाद विश्व में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। अगर परमाणु हमला हुआ तो इसका असर कितना खतरनाक होगा, आइए जानते हैं।

पुतिन की नई परमाणु नीति से बढ़ा खतरा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से जुड़ी नई नीति को मंजूरी दी है। इस नीति के अनुसार, अगर रूस पर किसी परमाणु संपन्न देश या NATO सहयोगी देशों के माध्यम से हमला होता है, तो रूस जवाब में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।

इस नीति के तहत कुछ प्रमुख परिस्थितियां, जिनमें रूस परमाणु हमला कर सकता है:

  1. अगर रूस की जमीन पर परमाणु हमला होता है।
  2. रूस पर बैलिस्टिक मिसाइल या ड्रोन अटैक होता है।
  3. रूस के हवाई क्षेत्र पर हमला किया जाता है।
  4. रूस को अपने देश या नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा महसूस होता है।

बाइडेन और पुतिन के कदमों से तीसरे विश्व युद्ध की आशंका

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी दी, जिससे यूक्रेन ने रूस पर हमला कर दिया। इस कदम से रूस भड़क गया है। रूस ने कहा है कि अगर उसके खिलाफ पश्चिमी हथियारों का इस्तेमाल किया गया, तो वह यूक्रेन को नहीं, बल्कि उन देशों को निशाना बनाएगा जो इसे समर्थन दे रहे हैं।

रूसी सांसद व्लादिमीर दजाबरोव ने इसे तीसरे विश्व युद्ध का संकेत बताया है। NATO देशों ने इस बढ़ते खतरे के बीच अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। स्वीडन, फिनलैंड और नॉर्वे ने अपने नागरिकों को युद्ध और रेडिएशन से बचने के उपाय करने को कहा है।

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अगर परमाणु युद्ध हुआ तो क्या होगा?

परमाणु हमले का प्रभाव महज कल्पना से परे है। इंटरनेशनल कैंपेन टू अबॉलिश न्यूक्लियर वेपन्स (ICAN) के मुताबिक, एक परमाणु बम से लाखों मौतें होंगी। अगर 10 या सैकड़ों बम गिरते हैं, तो धरती का पूरा क्लाइमेट सिस्टम बिगड़ जाएगा।

  • जापान के हमले की यादें:
    दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराया था। हिरोशिमा पर गिरे बम से 1.40 लाख और नागासाकी पर 74 हजार लोगों की मौत हुई थी।
  • धरती के लिए खतरा:
    अगर 100 परमाणु बम गिरते हैं, तो 150 मिलियन टन धुआं स्ट्रेटोस्फेयर में फैल जाएगा, जिससे धरती का तापमान -7 से -8 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। ग्लोबल रेनफॉल में 45% की कमी आएगी और खेती पूरी तरह तबाह हो जाएगी।
  • लाखों मौतें और भुखमरी:
    अगर रूस और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध होता है और 500 परमाणु बमों का इस्तेमाल होता है, तो 10 करोड़ से ज्यादा लोग मारे जाएंगे। साथ ही, दुनियाभर में 2 अरब लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे।

दुनिया में कितने परमाणु हथियार?

दुनियाभर में 9 देशों के पास 12,000 से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। इनमें से सबसे ज्यादा रूस (5,889) और अमेरिका (5,224) के पास हैं। भारत के पास 164 और पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं।

क्या पुतिन परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेंगे?

पुतिन ने पहले भी परमाणु हथियार के इस्तेमाल की धमकी दी है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने इसे गंभीरता से लेने की चेतावनी दी थी। रूस की नई नीति और NATO देशों की प्रतिक्रिया से यह खतरा और बढ़ गया है।

दुनिया की प्रतिक्रिया और संभावित समाधान

  • स्वीडन और नॉर्वे ने अपने नागरिकों को रेडिएशन से बचने के लिए आयोडिन की गोलियां रखने की सलाह दी है।
  • फिनलैंड ने पावर बैकअप तैयार करने को कहा है।
  • देशों को कूटनीतिक बातचीत और शांति प्रक्रिया पर जोर देना चाहिए।

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