
आज के समय में जब लोग अपनी जिंदगी की रफ्तार में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, तो उनकी खानपान की आदतों में भी बदलाव आया है। पहले जहां लोग सीधे गाय या भैंस से ताजा दूध निकालकर उसका सेवन करते थे, वहीं अब ज्यादातर लोग पैकेट वाला दूध खरीदते हैं। यह दूध पाश्चराइजेशन प्रक्रिया से होकर गुजरता है, जिससे इसके बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और यह लंबे समय तक सुरक्षित बना रहता है। लेकिन सवाल यह है कि पैकेट वाले दूध को उबालकर पीना चाहिए या कच्चा पीना ज्यादा फायदेमंद होता है?
क्या होता है पाश्चराइजेशन प्रोसेस?
पैकेट वाला दूध हमारे घर तक पहुंचने से पहले पाश्चराइजेशन नामक एक वैज्ञानिक प्रक्रिया से गुजरता है। इस प्रक्रिया में दूध को एक निश्चित तापमान पर कुछ समय तक गर्म किया जाता है और फिर उसे तुरंत ठंडा कर दिया जाता है। इससे दूध में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं लेकिन दूध के पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। इसके बावजूद भी एक्सपर्ट्स का मानना है कि दूध को एक बार और उबालना स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी है।
एक्सपर्ट की राय: उबालना क्यों जरूरी है?
इस विषय में आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता ने जानकारी दी कि चाहे दूध पाश्चराइज्ड ही क्यों न हो, उसे उबालकर पीना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा सुरक्षित होता है। उनका कहना है कि दूध कब पैक हुआ और किन परिस्थितियों में उपभोक्ता तक पहुंचा, यह सुनिश्चित कर पाना मुश्किल है। ऐसे में दूध में बैक्टीरिया पनपने की संभावना बनी रहती है। इसलिए बेहतर यही होगा कि दूध को हमेशा उबालकर ही सेवन किया जाए।
किन लोगों को कच्चा दूध पीना हो सकता है फायदेमंद?
एक्सपर्ट किरण गुप्ता मानती हैं कि कुछ विशेष परिस्थितियों में कच्चा दूध भी लाभकारी हो सकता है। जैसे कि वे लोग जिनकी इम्यूनिटी मजबूत है और पाचन तंत्र भी ठीक तरीके से कार्य करता है, जैसे कि रेगुलर एक्सरसाइज करने वाले युवा, वे चाहें तो पैकेट वाला दूध बिना उबाले भी पी सकते हैं। लेकिन जिन लोगों को गैस, एसिडिटी या पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं या जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें उबला हुआ दूध ही पीना चाहिए।
दूध उबालने के फायदे
दूध को उबालने से उसमें मौजूद बचे-खुचे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं। इससे दूध जल्दी खराब नहीं होता और फटने की संभावना भी कम हो जाती है। साथ ही, उबालने से दूध की सतह पर मलाई बनती है, जिसे बहुत से लोग स्वास्थ्यवर्धक मानते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कि दूध को अधिक देर तक उबालना इसके पोषक तत्वों को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए इसे मध्यम आंच पर सिर्फ एक बार उबालना पर्याप्त होता है।
पैकेट वाले दूध के अन्य फायदे
पाश्चराइज्ड दूध या पैकेट वाला दूध आज के समय में एक सुरक्षित विकल्प बन चुका है। इसे कई स्तरों पर जांचा और परखा जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिलता है। यह दूध न केवल सुरक्षित होता है, बल्कि इसमें फैट की मात्रा भी कम होती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा यह कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
हेल्दी लाइफस्टाइल में पैकेट दूध का स्थान
दूध हर उम्र के व्यक्ति के लिए आवश्यक है। बच्चों की ग्रोथ से लेकर बुजुर्गों की हड्डियों की मजबूती तक, दूध का सेवन हर अवस्था में जरूरी माना गया है। अगर पैकेट वाले दूध को सही तरीके से उबालकर और संतुलित मात्रा में लिया जाए, तो यह ताजे दूध की तरह ही लाभकारी हो सकता है। एक्सपर्ट्स भी यही सलाह देते हैं कि सेहत से समझौता न करते हुए दूध को उबालकर पीना एक समझदारी भरा कदम है।