इस साल राजस्थान के स्कूलों में शीतकालीन अवकाश (Winter Vacation) का समय बढ़ाकर छात्रों को बड़ा तोहफा दिया गया है। पहले यह अवकाश हर साल 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक रहता था, लेकिन इस बार इसे 5 जनवरी 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही, 6 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती के उपलक्ष्य में एक और अवकाश जोड़ा गया है, जिससे छात्रों को कुल 13 दिनों की छुट्टी मिलेगी।
शिक्षा विभाग के आदेश का पालन अनिवार्य
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि शीतकालीन अवकाश शिविरा कैलेंडर के अनुसार ही किया जाना चाहिए। यदि कोई निजी विद्यालय इन आदेशों का पालन नहीं करता और छुट्टियों के दौरान बच्चों को स्कूल बुलाता है, तो उसके खिलाफ राजस्थान गैर सरकारी संस्था अधिनियम 1989 और नियम 1993 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई
कुछ निजी स्कूलों द्वारा अवकाश के दौरान स्कूल संचालित करने की शिकायतें शिक्षा विभाग को प्राप्त हुई हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए निदेशक माध्यमिक शिक्षा, बीकानेर सीताराम जाट ने चेतावनी दी है कि यदि कोई स्कूल आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
छात्रों और परिजनों के लिए समय का सदुपयोग
अतिरिक्त छुट्टियों के कारण छात्र अपने परिवार के साथ घूमने-फिरने और त्योहारों का आनंद ले सकेंगे। हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनकी पढ़ाई बाधित न हो, स्कूलों द्वारा होमवर्क दिया गया है। इससे बच्चों को अपनी शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी।
स्कूल संचालकों के लिए निर्देश
शीतकालीन अवकाश के दौरान सभी पंचायत समिति क्षेत्रों में निजी स्कूलों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। यदि छुट्टियों के दौरान स्कूल संचालन की शिकायत मिलती है, तो शिक्षा विभाग आवश्यक कार्रवाई करेगा।
गुरु गोविंद सिंह जयंती पर विशेष अवकाश
6 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर दिए गए अतिरिक्त अवकाश ने बच्चों और शिक्षकों के लिए छुट्टियों का मजा और बढ़ा दिया है। इस पहल को शिक्षकों और छात्रों दोनों ने सराहा है।
शिक्षा विभाग का उद्देश्य
शीतकालीन अवकाश का उद्देश्य न केवल छात्रों को आराम देना है, बल्कि उन्हें ठंड के मौसम में बीमारियों से बचाना भी है। बच्चों को गर्म कपड़े पहनने और सर्दी से बचने के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। विभाग का यह कदम स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।