आज के समय में ट्रेन से यात्रा करना बेहद आसान और सुविधाजनक हो गया है। खासकर भारतीय रेलवे (IRCTC) ने यात्रियों के आराम और सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें से सबसे खास कदम वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाएं हैं, जो उनकी यात्रा को और भी किफायती और सुविधाजनक बनाती हैं। ये सुविधाएं न केवल उनके सफर को आरामदायक बनाती हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती हैं कि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इस तरह भारतीय रेलवे, वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बेहतरीन यात्रा विकल्प बन गया है।
किराए में छूट से सस्ती यात्रा
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन टिकटों में छूट का प्रावधान किया है। यह छूट पुरुषों के लिए 60 साल की उम्र से और महिलाओं के लिए 58 साल की उम्र से लागू होती है। इसका मतलब यह है कि जो लोग इस आयु वर्ग में आते हैं, वे टिकट पर विशेष रियायत पा सकते हैं। इससे उनकी यात्रा किफायती बन जाती है, और उन्हें लंबी दूरी की यात्राओं के लिए ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता। रेलवे की यह सुविधा वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होती है, जिससे वे अपनी यात्राएं कम खर्च में पूरी कर सकते हैं।
लोअर बर्थ की विशेष सुविधा
वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली बर्थ (लोअर बर्थ) की सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है। उम्र के साथ कई लोगों के लिए ऊपरी बर्थ पर चढ़ना मुश्किल हो जाता है, इसलिए रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि बुजुर्ग यात्रियों को निचली बर्थ ही मिले। 45 साल से ज्यादा उम्र की अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए भी यह सुविधा दी गई है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी निचली बर्थ की सुविधा मिलती है, ताकि उनकी यात्रा आरामदायक हो सके।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया कि 45 साल से ऊपर की महिला यात्रियों को बिना किसी अनुरोध के निचली बर्थ दी जाती है। यह सुविधा बुजुर्ग यात्रियों और गर्भवती महिलाओं के लिए उनकी सुरक्षा और आराम को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है, जिससे उनकी यात्रा और अधिक सुखद हो जाती है।
व्हीलचेयर और सहायता सेवाएं
रेलवे स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से व्हीलचेयर और अन्य सहायक सेवाएं भी उपलब्ध हैं। यह सुविधाएं उन यात्रियों के लिए हैं जिन्हें स्टेशन पर चलने या भारी सामान उठाने में कठिनाई होती है। रेलवे की यह सेवाएं न केवल उनकी यात्रा को आरामदायक बनाती हैं, बल्कि उनके स्टेशन पर आने-जाने को भी आसान करती हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और वे आसानी से अपनी ट्रेन पकड़ सकें।
बुजुर्ग यात्रियों के लिए खास सुविधा
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक खास लोअर बर्थ कोटा लागू किया है। स्लीपर कोच में प्रत्येक कोच में छह निचली बर्थ, और एसी 3 टियर और एसी 2 टियर में तीन निचली बर्थ बुजुर्ग यात्रियों के लिए आरक्षित की गई हैं। राजधानी, दुरंतो और अन्य प्रमुख एसी ट्रेनों में भी यह सुविधा उपलब्ध है, जिससे बुजुर्ग यात्री आराम से यात्रा कर सकते हैं।
इस सुविधा का लाभ 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुष और 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएं उठा सकती हैं। गर्भवती महिलाएं भी इस कोटा के अंतर्गत निचली बर्थ का लाभ ले सकती हैं। रेलवे की यह सुविधा बुजुर्गों के लिए सफर को और भी सुरक्षित और आरामदायक बनाती है, जिससे वे बिना किसी चिंता के अपनी यात्रा कर सकें।
रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित सीटें
भारतीय रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि बुजुर्ग यात्रियों के लिए सीटें आरक्षित रहें। स्लीपर कोच में हर कोच में छह निचली बर्थ और एसी 2 टियर और एसी 3 टियर में तीन निचली बर्थ बुजुर्ग यात्रियों के लिए सुरक्षित रखी जाती हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बुजुर्ग यात्रियों को आरामदायक सीट मिल सके, ताकि उन्हें ऊपरी बर्थ पर चढ़ने की जरूरत न पड़े और वे आराम से अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
रेलवे की यह पहल खासकर उन यात्रियों के लिए मददगार साबित होती है, जिन्हें शारीरिक रूप से ज्यादा मेहनत करने में कठिनाई होती है। राजधानी और दुरंतो जैसी प्रमुख ट्रेनों में भी यह सुविधा उपलब्ध है, जिससे वरिष्ठ नागरिक बिना किसी चिंता के यात्रा कर सकते हैं।
सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा
भारतीय रेलवे, वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ख्याल रखता है। ट्रेन में उनके लिए प्राथमिकता के आधार पर सीटें आरक्षित की जाती हैं, ताकि उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो। इसके अलावा, रेलवे स्टेशन पर भी विशेष सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जैसे कि व्हीलचेयर और सामान उठाने में मदद। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि यात्रा के हर चरण में वरिष्ठ नागरिकों को कोई परेशानी न हो और उनकी यात्रा पूरी तरह से आरामदायक और सुरक्षित हो।