अगर आप लंबे समय से महंगे कर्ज से परेशान हैं और ब्याज दरों में कटौती का इंतजार कर रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार अब आपके पैसे बचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके लिए सरकार ने एक नई टीम का गठन किया है, जो अगले हफ्ते से बैठक शुरू करेगी। इस बैठक में आम आदमी को महंगे लोन से राहत दिलाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
सरकार ने बनाई नई टीम
पिछले 4 साल से जनता महंगे लोन की मार झेल रही है, लेकिन अब उम्मीद है कि सरकार की नई पहल से ब्याज दरों में कमी हो सकती है। 7 अक्तूबर से शुरू होने वाली इस तीन दिवसीय बैठक में आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए नीतिगत फैसले लिए जाएंगे।
महंगे लोन से मिलेगी राहत?
2020 में महामारी के समय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4% तक घटाया था, जिससे लोगों को सस्ता कर्ज मिल सका। लेकिन इसके बाद से ब्याज दरों में कई बार बढ़ोतरी की गई और यह 6.5% तक पहुंच गई। इससे होम लोन, पर्सनल लोन, और अन्य कर्ज महंगे हो गए। अब इस नई टीम में तीन नए सदस्य शामिल किए गए हैं, जो ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकते हैं।
आरबीआई की बैठक और नई नीतिगत दर
सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) का पुनर्गठन किया है। इसमें नए सदस्य के रूप में प्रोफेसर राम सिंह, स्वागत भट्टाचार्य, और डॉ. नागेश कुमार को शामिल किया गया है। 7 से 9 अक्तूबर को इस पुनर्गठित समिति की बैठक होगी और इसके बाद 9 अक्तूबर को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा करेंगे।
सरकार की इस नई पहल से उम्मीद है कि महंगे कर्ज पर कुछ राहत मिलेगी और आम आदमी को सस्ती ब्याज दरों का लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में इस समिति की बैठक और फैसले पर पूरी नजर रखी जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि आम जनता को वित्तीय राहत मिल सके।