आजकल बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बिजली का बिल भी काफी बढ़ जाता है। खासकर जब हम रूम हीटर, गीजर, और एयर कंडीशनर जैसे हाई-वोल्टेज उपकरणों का उपयोग करते हैं, तो बिजली का बिल और भी ज्यादा हो जाता है। अगर आप भी बिजली के बिल में बचत करना चाहते हैं, तो पतंजलि का 5 किलोवाट सोलर सिस्टम लगाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके जरिए आप अपने घर की सभी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और बिजली के बिल में भी कटौती कर सकते हैं।
अगर आपके घर में रोजाना 22 से 25 यूनिट बिजली की खपत होती है, तो 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाना आपके लिए सही रहेगा। इस सिस्टम से अच्छी धूप मिलने पर इतनी ही यूनिट बिजली बनाई जा सकती है। सोलर सिस्टम का इस्तेमाल करने से आप न सिर्फ पैसे की बचत कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण की भी रक्षा कर सकते हैं।
पतंजलि 5 Kw सोलर पैनल की कीमत
पतंजलि का 5 किलोवाट सोलर सिस्टम दो प्रकार में आता है: ऑनग्रिड और ऑफग्रिड। ऑनग्रिड सिस्टम की कुल लागत लगभग 2,42,000 रुपये होती है, जिसमें सोलर पैनल, सोलर इन्वर्टर और अन्य जरूरी चीजें शामिल होती हैं। ऑफग्रिड सिस्टम थोड़ा महंगा होता है, इसकी कीमत करीब 3,75,000 रुपये होती है क्योंकि इसमें बैटरी बैकअप भी शामिल होता है। यह बैटरी आपको बिजली जाने की स्थिति में भी बिजली देता है, जो खासकर उन जगहों के लिए अच्छा है जहां बिजली कटौती होती रहती है।
सोलर पैनल का काम और वारंटी
सोलर सिस्टम में सोलर पैनल सबसे अहम हिस्सा होता है क्योंकि ये पैनल सूर्य की रोशनी को बिजली में बदलते हैं। सोलर पैनल में लगे फोटोवोल्टिक सेल (PV) सूर्य की ऊर्जा को दिष्ट धारा (DC) में परिवर्तित करते हैं। पतंजलि के सोलर पैनल्स मोनो PERC और पॉलीक्रिस्टलाइन प्रकार के होते हैं। इन पैनल्स पर कंपनी 10 साल की उत्पाद वारंटी और 25 साल की प्रदर्शन वारंटी देती है, जिससे यह लंबे समय तक विश्वसनीयता बनाए रखते हैं।
सोलर पैनल और इन्वर्टर की कीमत
सोलर पैनल सोलर सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। पतंजलि के सोलर पैनल दो प्रकार के होते हैं: मोनो PERC और पॉलीक्रिस्टलाइन। पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की कीमत लगभग 1,50,000 रुपये होती है, जबकि मोनो PERC पैनल की कीमत 1,75,000 रुपये तक हो सकती है। ये पैनल सूरज की रोशनी से ऊर्जा लेकर उसे बिजली में बदलते हैं।
सोलर इन्वर्टर इस बिजली को उपयोगी बनाने के लिए DC (दिष्ट धारा) को AC (प्रत्यावर्ती धारा) में बदलता है। पतंजलि का 5 KVA सोलर इन्वर्टर, जो ऑनग्रिड सिस्टम में उपयोग होता है, 62,000 रुपये का आता है। वहीं, ऑफग्रिड सिस्टम के लिए सोलर इन्वर्टर 50,000 रुपये का है, जो ज्यादा बिजली उत्पादन के लिए MPPT तकनीक का इस्तेमाल करता है।
सरकारी सब्सिडी और बचत
भारत सरकार की ओर से सोलर सिस्टम लगाने पर सब्सिडी दी जाती है। 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर आपको 78,000 रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है। इससे सोलर सिस्टम की कुल लागत कम हो जाती है, जिससे इसे लगाना और भी आसान हो जाता है।
पतंजलि का 5 किलोवाट सोलर सिस्टम बिजली के बिल में बचत करने का एक आसान और पर्यावरण के अनुकूल तरीका है। यह न केवल आपके बिजली के खर्च को कम करता है, बल्कि आपको आत्मनिर्भर भी बनाता है। साथ ही, सरकारी सब्सिडी के कारण इसकी लागत भी कम हो जाती है।