पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में भारतीय पैरा-एथलीट्स ने अपनी शानदार प्रदर्शन से दुनिया भर में देश का नाम रोशन किया है। 28 अगस्त से 8 सितंबर 2024 तक चलने वाले इन खेलों में भारत ने कई नए खेलों में हिस्सा लिया और अपने इतिहास में नई उपलब्धियां दर्ज कीं।
भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इस साल पेरिस में आयोजित हो रहे पैरालंपिक्स में भारत के 84 पैरा-एथलीट्स ने भाग लिया, जिनमें 32 महिलाएं शामिल थीं। इस बार भारत ने पहली बार तीन नए खेलों—पैरा-साइक्लिंग, पैरा-रोइंग, और ब्लाइंड जुडो—में हिस्सा लिया, जिससे भारतीय दल ने कुल 12 इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा की।
पदक तालिका में भारत की स्थिति
30 अगस्त 2024 को भारत ने अपने खाते में दो महत्वपूर्ण पदक जोड़े। अवनी लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता, जबकि मोना अग्रवाल ने उसी श्रेणी में दो कांस्य पदक हासिल किए। यह उपलब्धियां भारत के पैरालंपिक इतिहास में मील का पत्थर साबित हुईं।
पदक तालिका:
खिलाड़ी का नाम | खेल | स्वर्ण | रजत | कांस्य |
---|---|---|---|---|
अवनी लेखरा | 10 मीटर एयर राइफल SH1 | 1 | ||
मोना अग्रवाल | 10 मीटर एयर राइफल SH1 | 1 |
भारत की पैरालंपिक्स यात्रा
भारत की पैरालंपिक्स यात्रा 1968 में शुरू हुई थी, और तब से लेकर अब तक भारतीय पैरा-एथलीट्स ने विभिन्न खेलों में अपनी छाप छोड़ी है। इस बार पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में भारतीय दल ने पहले से कहीं अधिक सशक्त और प्रेरणादायक प्रदर्शन किया।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां और पदक सूची
भारत ने अब तक के पैरालंपिक्स में कुल 31 पदक जीते हैं, जिनमें 9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य पदक शामिल हैं। 2020 के टोक्यो पैरालंपिक्स में भारतीय दल ने अपने अब तक के सबसे ज्यादा पदक हासिल किए थे, और इस बार भी पेरिस में भारतीय पैरा-एथलीट्स ने अपनी धाक जमाई है।
प्रमुख पदक विजेता:
- अवनी लेखरा – टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 में स्वर्ण पदक
- देवेन्द्र झाझरिया – एथेंस 2004 और रियो 2016 में स्वर्ण पदक
- सुमित अंतिल – टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक
भविष्य की ओर बढ़ते कदम
भारतीय पैरालंपिक्स दल ने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में उनके प्रदर्शन ने आने वाले समय में और भी बड़े सपनों और लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में प्रेरित किया है। भारतीय पैरालंपिक्स समुदाय के लिए यह एक नया अध्याय है, और देश को अपने इन महानायकों पर गर्व है।