बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस समय हिंदू एकता पदयात्रा की अगुआई कर रहे हैं। यह यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक निकाली गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म की एकता को बढ़ावा देना और सनातन धर्म के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है। यात्रा 21 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चलने वाली है, और हर दिन लगभग 20 किलोमीटर की दूरी तय की जा रही है।
यात्रा के दौरान कई घटनाएँ घटीं, जिनमें से एक सबसे बड़ी घटना तब हुई जब यात्रा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर हमला करने की खबर मीडिया में आई, जिसे बाद में उन्होंने खुद खंडित किया। उनके भक्तों ने इस घटना के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए, और यह मामला तब और तूल पकड़ गया जब यात्रा के दौरान उन्हें धमकियाँ मिलने लगीं। इस परिस्थिति को देखते हुए पंडित शास्त्री की सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत और कड़ा कर दिया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्रा बिना किसी अप्रिय घटना के पूरी हो सके।
सुरक्षा में किए गए बदलाव
बागेश्वर बाबा को सुरक्षा के लिए अब Z+ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जो भारत के प्रधानमंत्री को मिलने वाली सुरक्षा के समान है। सुरक्षा के लिए लगभग 200 से 400 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें निजी सुरक्षाकर्मी और सरकारी पुलिसकर्मी दोनों शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इन सुरक्षाकर्मियों में कई कमांडो भी हैं जो विशेष रूप से हथियार चलाने और हाथों से लड़ाई की ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं। इस तरह की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था पंडित शास्त्री की जान को खतरे से बचाने के लिए बनाई गई है, क्योंकि उन्हें कई बार धमकियाँ मिल चुकी हैं।
सुरक्षा घेरे और तैनाती
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा को चार से पांच घेरे में बांटा गया है। हर एक घेरे में सरकारी पुलिसकर्मी और निजी कमांडो तैनात रहते हैं, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहते हैं। इसके अलावा, यूपी, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों से 100 से 200 बाउंसर्स भी सुरक्षा में शामिल किए गए हैं। इन बाउंसर्स का प्रमुख काम पंडित शास्त्री के आस-पास के क्षेत्र को सुरक्षित रखना है और यह सुनिश्चित करना कि यात्रा में कोई रुकावट न आए।
हिंदू एकता पदयात्रा का उद्देश्य
यह हिंदू एकता पदयात्रा न केवल धार्मिक एकता का प्रतीक है, बल्कि यह सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का मानना है कि आज के समय में हिंदू समाज को एकजुट होने की आवश्यकता है, और इस यात्रा के माध्यम से वह यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं। यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू होकर ओरछा रामराजा सरकार मंदिर तक जाएगी, जो भारतीय हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्रों में से एक है। इस यात्रा के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री के संदेशों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं, और उनके अनुयायी इस यात्रा को एक श्रद्धा की आस्था के रूप में मानते हैं।