भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किए जाने के बाद, बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की। इन हमलों का उद्देश्य भारतीय सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाना था, लेकिन भारतीय सेना की त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया ने इन सभी प्रयासों को पूरी तरह से विफल कर दिया।

पाकिस्तान की नापाक कोशिशें: किन-किन शहरों को बनाया निशाना?
रात करीब 11 बजे से शुरू हुए इन हमलों में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करते हुए जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक के कई प्रमुख सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। जिन स्थानों को टारगेट किया गया, उनमें शामिल हैं:
- जम्मू-कश्मीर: अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू
- पंजाब: पठानकोट, अमृतसर, भटिंडा, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना
- हरियाणा-चंडीगढ़ क्षेत्र: आदमपुर, चंडीगढ़
- राजस्थान: नल, फलोदी, उत्तरलाई
- गुजरात: भुज
इन सभी हमलों को भारतीय वायु सेना की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एडवांस वायु रक्षा प्रणालियों ने नाकाम कर दिया। हमलों के मलबे से पाकिस्तान की संलिप्तता की पुष्टि हो चुकी है।
भारत की सटीक और संयमित प्रतिक्रिया
भारत की प्रतिक्रिया बेहद केंद्रित, मापा हुआ और गैर-उग्र थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था, पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को जानबूझकर बख्शा गया था। लेकिन पाकिस्तान की ओर से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाए जाने की कोशिश के बाद, भारत ने भी कड़ा रुख अपनाया।
गुरुवार सुबह भारत ने पाकिस्तान के अंदर कई वायु रक्षा ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई की। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, लाहौर के पास स्थित एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया है।
नियंत्रण रेखा पर फिर से उकसावे की कार्रवाई
हमलों के अगले ही दिन गुरुवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी में नियंत्रण रेखा के पार मोर्टार और भारी आर्टिलरी से गोलीबारी शुरू कर दी। इस अकारण हमले में 16 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं।
भारतीय सेना ने इस गोलीबारी का भी सख्ती से जवाब दिया और स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान इस तरह की उकसावे की कार्रवाई जारी रखता है, तो भारत भी हर हमले का उचित और प्रभावी जवाब देता रहेगा।
भारत की चेतावनी स्पष्ट: “हम शांति चाहते हैं, लेकिन कमजोरी नहीं हैं”
भारतीय सेना और सरकार ने दोहराया है कि भारत का उद्देश्य युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवाद और उकसावे की कार्रवाइयों को रोकना है। यदि पाकिस्तान ने अपनी हरकतें नहीं रोकीं, तो जवाब और भी तीव्र हो सकते हैं।
भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश देना चाहता है कि उसकी कार्रवाई संयमित, न्यायोचित और सिर्फ आतंकी ढांचों तक सीमित है। लेकिन अगर भारत की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर हमला होता है, तो जवाब भी उसी स्तर पर मिलेगा।