महाराष्ट्र सरकार ट्रैफिक की समस्या को हल करने के लिए नई योजनाओं पर काम कर रही है। राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा है कि शहरी क्षेत्रों में वाहनों की बढ़ती संख्या ट्रैफिक जाम का प्रमुख कारण बन रही है। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार नई नीति लागू करने की तैयारी कर रही है, जिसमें कार खरीदने से पहले पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा।
सरनाईक ने कहा कि घनी आबादी वाले शहरों में ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। कई लोग 1 बीएचके के फ्लैट में रहते हुए अपनी कारों को सार्वजनिक सड़कों पर खड़ी करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाने का फैसला किया है।
बाइक टैक्सी और केबल टैक्सी पर जोर
मंत्री सरनाईक ने यह भी जानकारी दी कि मुंबई और ठाणे जैसे बड़े शहरों में बाइक टैक्सी और केबल टैक्सी चलाने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा, जिससे न केवल ट्रैफिक की समस्या कम होगी, बल्कि लोगों को एक किफायती और तेज़ परिवहन विकल्प भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि बाइक टैक्सी की नियमावली अगले दो महीने में लागू कर दी जाएगी।
इसके साथ ही केबल टैक्सी प्रोजेक्ट को भी ग्रीन सिग्नल मिल चुका है। यह परियोजना ट्रैफिक जाम के दबाव को कम करने में अहम भूमिका निभाएगी। मुंबईकरों को बेस्ट बस सेवा, लोकल ट्रेन और मेट्रो के साथ अब एक नया विकल्प भी मिलेगा।
पार्किंग के लिए सख्त नियम लागू होंगे
सरनाईक ने कहा कि जिन लोगों के पास अपनी निजी पार्किंग की सुविधा नहीं है, उन्हें सार्वजनिक पार्किंग में स्थान आरक्षित करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि “गरीब लोग कार खरीदने से पहले पार्किंग की व्यवस्था करें। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक की समस्या और अधिक बढ़ेगी।”
उन्होंने कहा कि यह नीति आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह ट्रैफिक प्रबंधन और शहरों में बेहतर व्यवस्था के लिए लागू की जा रही है।
सार्वजनिक जगहों पर अनियंत्रित पार्किंग से समस्याएं
सरनाईक ने कहा कि अनियंत्रित पार्किंग के कारण आपातकालीन सेवाएं जैसे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड भी बाधित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि कई सोसाइटियों में खुले स्थानों को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इमरजेंसी सेवाओं के संचालन में दिक्कतें आती हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ट्रैफिक जाम को कम करने के एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही है। इसी के तहत केबल टैक्सी और बाइक टैक्सी जैसी योजनाओं पर जोर दिया जा रहा है।
ट्रैफिक जाम का समाधान क्यों जरूरी है?
शहरी क्षेत्रों में बढ़ती वाहन संख्या के कारण रोजाना लाखों लोग ट्रैफिक में फंसते हैं। सरनाईक ने कहा कि इसका असर सिर्फ आम नागरिकों पर ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं पर भी पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रैफिक की समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
मंत्री ने यह भी कहा कि लोन पर कार खरीदने वाले लोग, जो 1 बीएचके फ्लैट में रहते हैं, सार्वजनिक सड़कों पर वाहन खड़े कर देते हैं। यह समस्या अब और ज्यादा बढ़ रही है।
परिवहन व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी
सरकार न केवल ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए नई नीतियों पर काम कर रही है, बल्कि शहरी परिवहन को भी बेहतर बनाने की योजना बना रही है। बाइक टैक्सी, केबल टैक्सी, और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देकर सरकार ट्रैफिक की समस्या को कम करना चाहती है।
सरनाईक ने यह भी कहा कि यह योजना आने वाले महीनों में लागू की जाएगी और इससे शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक हल होगी।