भारत में ट्रेन यातायात एक प्रमुख और अहम साधन है, जो देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों को एक साथ जोड़े हुए है। हालांकि, आज भी कई ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रेलवे सेवाओं का अभाव है, जिससे स्थानीय लोगों को यात्रा में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने हाल ही में आठ नई रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनसे देश के सात राज्यों की 40 लाख से ज्यादा आबादी को रेल संपर्क मिल सकेगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने से करीब 510 गांव भारतीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।
आठ रेल परियोजनाओं का विस्तार
केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत की गई इन आठ रेल परियोजनाओं का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में रेलवे नेटवर्क का विस्तार करना है। इन परियोजनाओं का काम 2030-31 तक पूरा होने की योजना है। इन परियोजनाओं के लागू होने के बाद, ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल जैसे सात राज्यों में रेलवे नेटवर्क का दायरा बढ़ेगा। इससे लगभग 40 लाख लोगों को नए रेल मार्गों के जरिए यात्रा करने का मौका मिलेगा और साथ ही ये परियोजनाएं करीब 510 गांवों को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने का काम करेंगी।
इन परियोजनाओं से सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ही नहीं, बल्कि समग्र रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण फायदे होंगे। जैसे ही ये परियोजनाएं पूरी होती हैं, इनसे ग्रामीण इलाकों की अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी, और इन क्षेत्रों में स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी लाभ मिलेगा। यह खास तौर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और लॉजिस्टिक क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगा।
केंद्र सरकार का 24,657 करोड़ रुपये का निवेश
इन रेल परियोजनाओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार 24,657 करोड़ रुपये का भारी-भरकम निवेश करने जा रही है। इस राशि का उपयोग रेलवे ट्रैक बिछाने, इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और अन्य संबंधित सुविधाओं पर किया जाएगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में लगभग 900 किलोमीटर की वृद्धि होगी, जिससे न केवल ट्रैवल टाइम में कमी आएगी, बल्कि परिवहन क्षमता में भी वृद्धि होगी।
नई रेलवे लाइनें कहां बिछेंगी?
केंद्र सरकार ने जिन आठ रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है, वे विभिन्न राज्यों में फैली हुई हैं। इनमें से चार परियोजनाएं ओडिशा के लिए, एक ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए, एक झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए, एक महाराष्ट्र के लिए और एक बिहार के लिए हैं। इन परियोजनाओं में से कुछ महत्वपूर्ण रेलवे लाइनें इस प्रकार हैं:
- गुनुपुर-थेरुबली, ओडिशा: 73.62 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जो रायगढ़ जिले में होगी।
- जुनागढ़-नबरांगपुर, ओडिशा: 116 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।
- मल्कंगिरि-पांडुरंगापुरम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना: 173 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन, जो भाद्राचलम से होकर जाएगी।
- बुरामारा-चकुली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा: 59.96 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन।
- जालना से जलगांव, महाराष्ट्र: 174 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन।
- विक्रमशिला-कतरेह, बिहार: 26.23 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन।