बैंकिंग सेक्टर में सुधार करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंकों ने कई नए नियम लागू किए हैं, जो न केवल उधारकर्ताओं के लिए राहत प्रदान करेंगे, बल्कि बैंकिंग प्रणाली को और मानवीय बनाएंगे। नए दिशानिर्देशों के तहत लोन की प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के साथ-साथ परिवारों के आर्थिक बोझ को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
बीमा पॉलिसी से लोन का भुगतान
अब किसी लोन धारक की मृत्यु के बाद उसके परिवार को बकाया लोन चुकाने का दबाव नहीं रहेगा। लोन की राशि का भुगतान बीमा पॉलिसी (Loan Repayment through Insurance Policy) के माध्यम से किया जाएगा। यह नियम परिवारों को वित्तीय संकट से बचाने और बैंकों को बकाया लोन वसूलने में मदद करेगा।
छोटे लोन पर सख्त जांच
1 जनवरी 2025 से छोटे लोन के लिए उधारकर्ताओं की क्रेडिट हिस्ट्री और चुकौती क्षमता का गहराई से विश्लेषण किया जाएगा। यह कदम छोटे लोन डिफॉल्ट्स को कम करेगा और उधारकर्ताओं को समय पर लोन चुकाने में मदद करेगा।
जल्दी लोन निपटाएं बिना अतिरिक्त शुल्क
लोन चुकाने वालों को अब प्री-पेमेंट शुल्क (No Prepayment Charges on Loans) नहीं देना होगा। यह नियम उन ग्राहकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा जो अपनी वित्तीय स्थिति सुधरने पर लोन जल्दी निपटाना चाहते हैं।
नॉन-कोलैटरल लोन प्रक्रिया में बदलाव
पर्सनल और बिजनेस लोन के लिए दस्तावेज़ प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। डिजिटल प्लेटफॉर्म (Digital Loan Process Simplification) के उपयोग से प्रक्रिया तेज होगी और ग्राहकों को कम समय में लोन मिलने लगेगा।
ब्याज दरों की पारदर्शिता
ग्राहकों को अब उनकी आय और क्रेडिट हिस्ट्री (Transparent Loan Interest Rate Calculation) के आधार पर सस्ती और पारदर्शी ब्याज दरों का लाभ मिलेगा। यह कदम उधारकर्ताओं को उनके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा।
चुकौती क्षमता के आधार पर लोन मंजूरी
अब बैंक सुनिश्चित करेंगे कि लोन की राशि उधारकर्ता की चुकौती क्षमता (Loan Default Prevention through Capacity Check) के अनुरूप हो। यह कदम न केवल लोन डिफॉल्ट की समस्या को कम करेगा, बल्कि बैंकों की जिम्मेदारी भी बढ़ाएगा।
दिवालियापन प्रबंधन प्रणाली में सुधार
यदि कोई उधारकर्ता लोन चुकाने में असमर्थ हो जाता है और दिवालिया घोषित होता है, तो एक नई प्रणाली (Bankruptcy Management for Personal Loans) लागू की जाएगी। यह प्रक्रिया दोनों पक्षों के लिए न्यायसंगत समाधान सुनिश्चित करेगी।
डिजिटल लोन प्रक्रिया को बढ़ावा
फिनटेक कंपनियों और बैंकों के सहयोग से डिजिटल लोन प्लेटफॉर्म (Digital Loan Platforms in India) को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे ग्राहक घर बैठे ही लोन आवेदन कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी।
फ्लेक्सबल EMI विकल्प
ग्राहक अब अपनी EMI को अपनी आय और वित्तीय स्थिति के अनुसार कस्टमाइज कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से पर्सनल लोन (Flexible EMI Options for Personal Loans) के लिए लागू की गई है, जिससे उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी।
सरकारी लोन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
बैंकों को सुनिश्चित करना होगा कि सरकारी लोन योजनाओं (Proper Implementation of Government Loan Schemes) का लाभ सही समय पर पात्र ग्राहकों तक पहुंचे। यह कदम समाज के कमजोर वर्गों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
मेरी पंद्रह दिन से तबियत ज्यादा खराब है फेफड़ों में इंफेक्शन और ओर पेट में भी इंफेक्शन है तो मेरी मूर्त्त फिनकॉर्प प्राइवेट बैंक से 50 हजार का लोन कराया था जिसमें की 24 किस्त बनी थी तो हर महीने 2670 रु की किस्त देनी होती है अब तक 13 किस्त देदी तबियत खराब होने की वजह से में 2670 किस्त नहीं दे पाया तो बैंक वाले आकर मुझे मारने की धमकी दे रहे है बार बार मेरे घर पर आ रहे है इसलिए मैं पोस्ट मान्य मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को पहुंचाने की कृपा करें
नाम बब्बू खान
डिस्टिक मुरादाबाद
स्टेट उत्तर प्रदेश
244001
मोबाइल 7453010053