चीन में हाल ही में सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है, जिसने सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बहस को जन्म दिया है। X (पूर्व में ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल खबरें दावा कर रही हैं कि अस्पताल मरीजों से भरे हैं और श्मशान घाटों पर भारी भीड़ है। इन्फ्लुएंजा ए, मायकॉप्लाज्मा न्यूमोनिया और ह्यूमन मेटापनेयूमोवायरस (hMPV) जैसे संक्रमणों में अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है।
बच्चों और बुजुर्गों पर प्रभाव
इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर देखा जा रहा है। बच्चों में इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं हुआ होता, जबकि बुजुर्गों की इम्यूनिटी उम्र के साथ कमजोर हो जाती है। लक्षण सर्दी और फ्लू जैसे हैं—बुखार, खांसी, नाक बहना और कभी-कभी सांस लेने में कठिनाई। गंभीर मामलों में यह न्यूमोनिया जैसी जटिलताओं का रूप ले सकता है।
⚠️ BREAKING:
— SARS‑CoV‑2 (COVID-19) (@COVID19_disease) January 1, 2025
China 🇨🇳 Declares State of Emergency as Epidemic Overwhelms Hospitals and Crematoriums.
Multiple viruses, including Influenza A, HMPV, Mycoplasma pneumoniae, and COVID-19, are spreading rapidly across China. pic.twitter.com/GRV3XYgrYX
क्या यह नई महामारी का संकेत है?
सोशल मीडिया पर दिखाए जा रहे दृश्य और दावे अभी तक प्रमाणित नहीं हुए हैं। चीनी सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस पर कोई औपचारिक चेतावनी जारी नहीं की है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मौसमी बीमारी का उछाल है, जो ठंडे मौसम और कोविड-19 के बाद की स्थिति से जुड़ा हो सकता है। कोविड लॉकडाउन के दौरान सामान्य वायरस के संपर्क में कमी के कारण लोगों की इम्यूनिटी में गिरावट आई थी।
hMPV वायरस फैला
hMPV कोई नई बीमारी नहीं है। इसे 2001 में पहली बार पहचाना गया था और यह हर साल मौसमी प्रकोप के रूप में सामने आती है। मौजूदा समय में इन्फ्लुएंजा ए प्रमुख बीमारी है, और hMPV के कुछ मामले भी देखे गए हैं।
बीमारी से बचाव के तरीके
इस बीमारी से बचाव के लिए व्यक्तिगत साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें और बीमार महसूस करने पर घर पर ही रहें। बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह सामान्य मौसमी प्रकोप है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।