पेंशन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार ने एक नई पहल की है। नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) को बढ़ावा देने के लिए एक स्व-नियामक संस्था का गठन किया जा रहा है, जिसका नाम एसोसिएशन ऑफ एनपीएस इंटरमीडियरीज होगा। यह संस्था म्यूचुअल फंड एसोसिएशन की तर्ज पर काम करेगी और NPS को जागरूकता, सहयोग, और नवाचार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
एसोसिएशन ऑफ एनपीएस इंटरमीडियरीज का उद्देश्य
पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) के अध्यक्ष दीपक मोहंती ने इस संस्था की घोषणा की है। यह नया निकाय NPS को कॉस्ट इफेक्टिव पेंशन सॉल्यूशंस के लिए वैश्विक स्तर पर एक ग्लोबल बेंचमार्क के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य NPS को अधिक लोगों तक पहुंचाना और जागरूकता बढ़ाना है।
मोहंती ने बताया कि NPS दुनिया की सबसे कम लागत वाली पेंशन योजना है, और इसकी एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) पहले ही ₹14 लाख करोड़ को पार कर चुकी हैं। साल के अंत तक यह आंकड़ा ₹15 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। साथ ही, NPS अकाउंट होल्डर्स की संख्या 8 करोड़ तक होने की उम्मीद है। हालांकि, जागरूकता की कमी इसकी पहुंच को सीमित कर रही है।
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है और क्यों है खास
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) केंद्र सरकार की एक पेंशन और निवेश योजना है, जिसमें लोग एक तय समय तक निवेश कर सकते हैं। इसके बाद, एकमुश्त राशि और नियमित पेंशन का लाभ मिलता है। यह योजना 18 से 60 वर्ष की उम्र के बीच के नागरिकों के लिए खुली है।
हाल ही में सरकार ने NPS वात्सल्य नाम की स्कीम भी पेश की है, जो 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए उपलब्ध है। यह योजना भविष्य में बच्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा का बेहतर विकल्प प्रदान करेगी।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का उद्देश्य
केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) भी शुरू की है, जो विशेष रूप से केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है। यह योजना मौजूदा NPS के विकल्प के रूप में काम करेगी और रिटायरमेंट के बाद बेहतर वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
UPS का उद्देश्य है कि सरकारी कर्मचारी रिटायरमेंट के बाद वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर रहें। यह योजना NPS की ही तरह, कम लागत और बेहतर रिटर्न की पेशकश करती है।
पेंशन योजनाओं के प्रति कम जागरूकता
दीपक मोहंती ने बताया कि NPS के फायदे होने के बावजूद, इसकी लोकप्रियता अपेक्षाकृत कम है। इसका मुख्य कारण है जनता के बीच कम जागरूकता। नई संस्था के जरिए इस चुनौती को हल करने की योजना है।
नई पहलें जैसे कि NPS वात्सल्य और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS), इसे और अधिक आकर्षक बनाएंगी और पेंशन योजनाओं के दायरे को व्यापक करेंगी।