
NEET Cut Off 2025 को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। रविवार, 5 मई को देशभर में NEET UG 2025 की परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें करीब 23 लाख छात्रों ने भाग लिया। यह परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चली। परीक्षा समाप्त होते ही छात्र-छात्राएं एग्जाम हॉल से बाहर निकलते हुए मानसिक रूप से परेशान नजर आए। कारण था पेपर का असामान्य रूप से कठिन होना। खास तौर पर फिजिक्स (Physics) और केमिस्ट्री (Chemistry) का पेपर इतना जटिल और कैलकुलेटिव था कि बच्चों को पूरे तीन घंटे में भी समय कम पड़ गया।
पेपर की कठिनाई ने बढ़ाई छात्रों की धड़कनें
दिल्ली के जाने-माने कोचिंग संस्थान VMC के एक्सपर्ट सुरेंद्र का कहना है कि इस बार NEET UG 2025 का स्तर पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक कठिन था। खासकर फिजिक्स का पेपर छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया। सुरेंद्र बताते हैं कि “पिछले साल पेपर बहुत आसान था, जिसके चलते कई छात्रों के 720 में 720 नंबर आए थे। यही वजह रही कि इस बार National Testing Agency (NTA) ने पेपर को कठिन स्तर पर सेट किया।”
कटऑफ 600 से 610 के बीच रहने की उम्मीद
सुरेंद्र के मुताबिक, इस बार का NEET Cut Off 2025 पिछले सालों की तुलना में काफी नीचे रहने वाला है। उनका कहना है कि 720 में से कोई छात्र इस बार पूर्णांक नहीं ला सकेगा। पेपर की कठिनाई को देखते हुए कटऑफ 600 से 610 के बीच रहने की पूरी संभावना है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस बार दिल्ली एम्स (AIIMS Delhi) में एडमिशन के सपने देख रहे छात्रों के लिए राह बेहद कठिन हो गई है।
केमिस्ट्री में एक सवाल पूरी तरह गलत
एक और महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि केमिस्ट्री के पेपर में एक सवाल पूरी तरह गलत था। एक्सपर्ट सुरेंद्र बताते हैं कि उस सवाल में दो ऑप्शन एक ही उत्तर को दर्शाते थे, जिससे छात्र भ्रमित हो गए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि केमिस्ट्री में इस बार फिजिकल केमिस्ट्री और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से अधिक सवाल पूछे गए, जबकि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से सवाल ना के बराबर थे।
फिजिक्स का पेपर लंबा और कैलकुलेटिव
NEET UG 2025 के फिजिक्स सेक्शन को लेकर भी छात्रों की प्रतिक्रिया एक जैसी रही। सुरेंद्र के अनुसार यह पेपर बहुत लंबा और कैलकुलेटिव था, जिसमें छात्रों को प्रश्नों को हल करने में काफी समय लग गया। कठिनाई का स्तर इतना अधिक था कि साल भर की तैयारी के बावजूद छात्र सवालों के उत्तर समय पर नहीं दे पाए। यही वजह रही कि कई छात्र परीक्षा के बाद भावनात्मक रूप से टूटे हुए नजर आए।
पिछले साल के विवाद के चलते बदला गया पेपर का पैटर्न
पिछले साल 2024 में NEET पेपर के बाद विवाद खड़ा हो गया था जब बहुत से छात्रों को 720 में 720 अंक प्राप्त हुए थे। इसे लेकर न केवल सोशल मीडिया पर हंगामा हुआ, बल्कि प्रश्न पत्र की सेटिंग पर भी सवाल उठे। इसी के चलते NTA ने इस बार पेपर को कठिन बनाकर यह साबित करने की कोशिश की कि सिर्फ रटने से नहीं, सोचने-समझने से परीक्षा पास होती है।
रिजल्ट की प्रतीक्षा में लाखों छात्र
अब जबकि परीक्षा संपन्न हो चुकी है, लाखों छात्र-छात्राएं NEET UG 2025 Result का इंतजार कर रहे हैं। पेपर की समीक्षा और एक्सपर्ट की राय को देखते हुए यह स्पष्ट है कि इस बार परिणाम कई छात्रों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है। NTA द्वारा उत्तर कुंजी (Answer Key) जारी होने के बाद ही गलत सवाल पर कोई आधिकारिक टिप्पणी की जाएगी।