मजदूर भाइयों के लिए एक शानदार खबर सामने आई है। श्रम संसाधन विभाग ने न्यूनतम मजदूरी दर में बढ़ोतरी कर दी है, जो 1 अक्तूबर 2024 से लागू हो गई है। अब बिहार के कामगारों को ₹2 से ₹5 प्रतिदिन अधिक मजदूरी मिलेगी। इस बढ़ोतरी से लगभग 3 करोड़ मजदूरों को फायदा होगा। यह बदलाव सरकार द्वारा महंगाई और बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। सोमवार को इसकी अधिसूचना जारी की गई थी।
मजदूरी दर में कितना हुआ इज़ाफ़ा?
विभाग द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, अलग-अलग श्रेणियों के मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी दरों में इजाफा किया गया है:
- अकुशल मजदूरों की मजदूरी अब ₹410 से ₹412 हो गई है।
- अर्धकुशल मजदूरों को अब ₹428 प्रतिदिन मिलेंगे।
- कुशल श्रमिकों की मजदूरी ₹519 से ₹521 प्रतिदिन हो गई है।
- अतिकुशल श्रमिकों को अब ₹634 से ₹636 प्रतिदिन मिलेगा।
घरेलू कामगारों के लिए भी लाभ और अन्य श्रमिकों को भी लाभ
- घरेलू कामगारों को बर्तन धोने, कपड़े धोने और पोछा लगाने जैसे कामों के लिए अब ₹1226 प्रति माह मजदूरी मिलेगी, जो पहले ₹1221 थी।
- बच्चों की देखभाल करने वाले श्रमिकों को अब ₹9830 प्रति माह मिलेगा।
- खेती में काम करने वाले श्रमिकों को ₹391 प्रतिदिन की मजदूरी दी जाएगी, और ट्रैक्टर ड्राइवर एवं पंप ऑपरेटर को ₹14150 प्रति माह मिलेगा।
वर्ष में दो बार बढ़ोतरी की जाती है
श्रम संसाधन विभाग हर साल दो बार न्यूनतम मजदूरी दरों में संशोधन करता है। ये संशोधन 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर से लागू होते हैं। मजदूरी दरों में यह बढ़ोतरी महंगाई भत्ते के आधार पर की जाती है, जिससे मजदूरों को महंगाई से राहत मिल सके।
सरकार का कदम और इसका प्रभाव
इस निर्णय से मजदूरों को उनके जीवन स्तर में सुधार करने का मौका मिलेगा। महंगाई के साथ तालमेल बिठाने के लिए यह वेतन वृद्धि बहुत जरूरी थी, जो मजदूरों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी और उनके दैनिक जीवन को आसान बनाएगी।