उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में ठंड और शीतलहर (Cold Wave in Mathura) का प्रकोप तेज हो गया है, जिसके चलते जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सुनील दत्त ने 14 जनवरी तक कक्षा आठवीं तक के बच्चों के लिए शीतकालीन अवकाश (Winter Vacation in Mathura Schools) घोषित कर दिया है। यह कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि ठंड के प्रकोप से उन्हें बचाया जा सके।
सभी परिषदीय विद्यालयों के लिए लागू आदेश
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश पर यह आदेश (Winter Break for UP Basic Education Schools) जिले के परिषदीय और अन्य सभी बोर्ड के स्कूलों में समान रूप से लागू किया गया है। इस निर्णय से यह सुनिश्चित किया गया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए एक समान नीति अपनाई जाए।
अर्धवार्षिक परीक्षाएं संपन्न, अब छुट्टियां
परिषदीय विद्यालयों (UP School Annual Exams Completion) में हाल ही में अर्धवार्षिक परीक्षाएं संपन्न हुईं और 30 दिसंबर को परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। इसके बाद, 31 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश की शुरुआत हुई। यह अवकाश बच्चों के लिए ठंड के बढ़ते प्रकोप से बचाव का एक अहम कदम है।
स्कूल प्रशासन को सख्त निर्देश
बीएसए सुनील दत्त ने सभी स्कूल प्रशासन (UP Winter Break Compliance) को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि आदेश का सख्ती से पालन किया जाए। यदि कोई स्कूल इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो उस पर प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए उठाया गया है।
ठंड और शीतलहर का बढ़ता प्रकोप
मथुरा और आसपास के जिलों में ठंड और शीतलहर (Cold Wave in Uttar Pradesh) का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में स्कूलों को बंद रखना बच्चों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हो गया है। ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिसे रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सजग है।
अवकाश के दौरान अभिभावकों के लिए सलाह
बीएसए ने अभिभावकों से अपील की है कि वे शीतकालीन अवकाश (Parental Advice for Winter Vacation) के दौरान बच्चों का विशेष ध्यान रखें। बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और अनावश्यक रूप से बाहर न जाने देने की सलाह दी गई है। इस दौरान बच्चों को पौष्टिक भोजन और गर्म पेय पदार्थ देने पर भी जोर दिया गया है।
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन के कदम
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह (District Administration Measures for Cold Wave) ने ठंड से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने और जरूरतमंदों को कंबल वितरित करने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन इस कठिन समय में जनता की हरसंभव मदद कर रहा है।
शिक्षा में बाधा न आए
बीएसए ने यह भी कहा कि शीतकालीन अवकाश (Winter Break and Academic Continuity) समाप्त होने के बाद स्कूलों में नियमित कक्षाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरी तैयारी की जाएगी। बच्चों की पढ़ाई पर कोई नकारात्मक असर न पड़े, इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहा है।
अवकाश का उद्देश्य और भविष्य की योजना
इस अवकाश का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ठंड से बचाना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही प्रशासन भविष्य में भी मौसम की स्थिति को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने के लिए तत्पर रहेगा। बच्चों के शैक्षणिक हितों और स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।