LPG Price Hike: त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले ही आम जनता और व्यवसायियों को महंगाई का झटका लग गया है। अक्टूबर की शुरुआत में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है। खासतौर पर 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 48.5 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। यह नई दरें 1 अक्टूबर 2024 से लागू हो चुकी हैं। इस वृद्धि के बाद, राजधानी दिल्ली में अब 19 किलोग्राम का कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 1740 रुपये में मिलेगा, जो पहले 1691.50 रुपये में उपलब्ध था।
यह वृद्धि खासकर उन व्यवसायों के लिए चिंता का कारण बन सकती है जो बड़े पैमाने पर कमर्शियल एलपीजी का उपयोग करते हैं, जैसे होटेल, रेस्तरां, और औद्योगिक इकाइयाँ। इससे पहले 1 सितंबर को भी कंपनियों ने 39 रुपये की वृद्धि की थी, जबकि जुलाई में 30 रुपये की कटौती की गई थी। लगातार हो रही इन उतार-चढ़ावों से व्यापारियों पर दबाव बढ़ रहा है, जो त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की उम्मीद कर रहे थे।
घरेलू गैस की कीमतों में राहत
एक अच्छी खबर यह है कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए अभी राहत की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि वे अपनी रसोई गैस के लिए पहले जैसी ही कीमतों पर सिलेंडर प्राप्त कर सकते हैं। दिल्ली में 14 किलो का घरेलू एलपीजी सिलेंडर अभी भी 803 रुपये में मिल रहा है। अन्य शहरों में भी घरेलू एलपीजी की कीमतें स्थिर हैं, जैसे कोलकाता में 829 रुपये, मुंबई में 802.5 रुपये और चेन्नई में 918.5 रुपये।
अन्य प्रमुख शहरों में कमर्शियल सिलेंडर की नई कीमतें
दिल्ली के अलावा, अन्य प्रमुख शहरों में भी कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि हुई है। मुंबई में यह सिलेंडर अब 1692.50 रुपये में उपलब्ध है, जबकि पहले इसकी कीमत 1644 रुपये थी। कोलकाता में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1802.50 रुपये से बढ़कर 1850.50 रुपये हो गई है। चेन्नई में अब यह सिलेंडर 1903 रुपये में मिलेगा, जबकि पहले इसकी कीमत 1855 रुपये थी। पटना में भी 1947 रुपये से बढ़कर कीमत 1995.5 रुपये हो गई है और जयपुर में यह सिलेंडर अब 1767.50 रुपये में मिलेगा।
विमान यात्रा हो सकती है सस्ती
वहीं, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में कटौती के बाद हवाई यात्रियों के लिए एक राहत की खबर आ सकती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने ATF की कीमतों में 5,883 रुपये प्रति किलो लीटर की कमी की है, जो 1 अक्टूबर से लागू हो चुकी है। इसका असर विमान किराए पर पड़ सकता है और हवाई यात्रा सस्ती हो सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह से एयरलाइंस कंपनियों पर निर्भर करेगा कि वे ईंधन की कीमतों में हुई इस कटौती का लाभ यात्रियों तक पहुंचाती हैं या नहीं।
घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर
त्योहारी सीजन की शुरुआत में इस प्रकार की कीमतों में वृद्धि कई व्यवसायों के लिए चुनौतियां पैदा कर सकती है, खासकर उन उद्योगों में जो कमर्शियल गैस का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं। हालांकि घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर रहने से आम घरों के बजट पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही ATF की कीमतों में कटौती से हवाई यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह देखना होगा कि एयरलाइंस कंपनियां इसका कितना फायदा यात्रियों तक पहुंचाती हैं।