सरकार ने बच्चों के लिए मिलने वाली वित्तीय सहायता को सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है। इसके लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि बच्चों के बैंक खाते आधार (Aadhaar) से जुड़े हों। लेकिन, मौजूदा स्थिति में लगभग 1.5 करोड़ बच्चों को राशि का भुगतान किया जाना है, जिसमें से अब तक केवल 40 लाख बच्चों के बैंक खाते ही आधार सीडेड (Aadhaar Seeded) हो पाए हैं।
यह स्थिति उन परिवारों के लिए परेशानी का कारण बन रही है, जिनके बच्चों को समय पर सहायता राशि नहीं मिल रही है। यदि आपका बच्चे का खाता अभी तक आधार से लिंक नहीं हुआ है, तो इसे जल्द से जल्द करा लें। इससे बच्चों को मिलने वाली राशि में किसी भी प्रकार की देरी या समस्या से बचा जा सकेगा।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध है जानकारी
बच्चों के बैंक खातों को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए ई-शिक्षा कोष (E-Shiksha Kosh) पोर्टल पर एक लिस्ट जारी की गई है। इसमें उन बच्चों के नाम शामिल हैं जिनके बैंक खाते अभी तक आधार से नहीं जुड़े हैं। इस पोर्टल पर जाकर आप अपने बच्चे के नाम की जांच कर सकते हैं और अगर खाता लिंक नहीं है, तो तुरंत इसे अपडेट करवा सकते हैं।
सरकार का उद्देश्य है कि सभी योग्य बच्चों को बिना किसी बाधा के उनकी राशि प्राप्त हो। लेकिन इस योजना को सफल बनाने के लिए अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
आधार लिंक न करने से होगा नुकसान
यदि किसी बच्चे का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, तो उसके खाते में राशि ट्रांसफर नहीं हो पाएगी। इसका मतलब है कि बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति या अन्य सरकारी लाभ रुक सकते हैं।
इससे बचने के लिए निम्न कदम उठाने जरूरी हैं:
- अपने बच्चे का आधार कार्ड और बैंक खाता जानकारी तैयार रखें।
- नजदीकी बैंक शाखा में जाकर खाते को आधार से लिंक कराएं।
- इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर जाकर स्थिति की जांच करें।
आधार सीडिंग में देरी के कारण
बच्चों के बैंक खातों में आधार लिंकिंग प्रक्रिया में देरी के कुछ मुख्य कारण हैं:
- कुछ अभिभावकों को आधार लिंक करने की प्रक्रिया की जानकारी नहीं है।
- ग्रामीण इलाकों में बैंक शाखाओं की सीमित संख्या और संसाधनों की कमी।
- कई खातों में आधार नंबर सही तरीके से अपडेट नहीं हुए हैं।
सरकार इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए विशेष शिविर आयोजित कर रही है और ऑनलाइन प्रक्रिया को भी सरल बना रही है।
समाधान और सरकारी प्रयास
सरकार ने बच्चों के बैंक खाते आधार से जोड़ने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं:
- ऑनलाइन लिंकिंग सुविधा: अब बैंक के पोर्टल या ऐप के जरिए भी खाता लिंक किया जा सकता है।
- विशेष शिविर: ग्रामीण और शहरी इलाकों में शिविर लगाकर आधार सीडिंग का काम तेज किया जा रहा है।
- सूचना अभियान: ई-शिक्षा कोष पोर्टल और अन्य माध्यमों से अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है।
सरकार की प्राथमिकता है कि सभी बच्चों को उनकी लाभकारी राशि जल्द से जल्द मिल सके।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर नाम जांचने की प्रक्रिया
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपने बच्चे का नाम जांचने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:
- पोर्टल पर लॉगिन करें।
- लिस्ट सेक्शन में जाकर बच्चे का नाम और अन्य विवरण दर्ज करें।
- यह जांचें कि आपका खाता आधार से लिंक है या नहीं।
- अगर खाता लिंक नहीं है, तो तुरंत बैंक जाकर यह प्रक्रिया पूरी करें।
आधार सीडिंग के फायदे
- भुगतान की पारदर्शिता: राशि सीधे लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर होती है।
- धोखाधड़ी की संभावना कम: आधार लिंक होने से असत्यापित खातों में भुगतान रुकता है।
- समय पर भुगतान: खाता आधार से लिंक होने पर राशि तुरंत ट्रांसफर की जा सकती है।