राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर देशभर में श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। हर साल लाखों भक्त बाबा श्याम के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं। भक्तों की श्रद्धा और आस्था के इस केंद्र पर सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा नए कदम उठाए जा रहे हैं।
सड़क और रेल संपर्क में सुधार
खाटू श्यामजी तक सड़क मार्ग की अच्छी सुविधा उपलब्ध है, लेकिन रेलवे से आने वाले श्रद्धालुओं को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता था। वर्तमान में, खाटू श्यामजी से निकटतम रेलवे स्टेशन 18 किलोमीटर दूर स्थित है। ऐसे में ट्रेन से आने वाले भक्तों को रींगस तक पहुंचना पड़ता है और फिर वहां से अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है।
अब इस समस्या को खत्म करने के लिए खाटू श्यामजी में एक नया रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। यह पहल न केवल भक्तों की यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सहायक होगी। इससे सीकर जिले में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
जयपुर एयरपोर्ट: हवाई यात्रियों के लिए मुख्य विकल्प
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, खाटू श्यामजी से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो भक्त हवाई यात्रा से आते हैं, उन्हें जयपुर पहुंचने के बाद सड़क मार्ग से खाटू श्यामजी आना पड़ता है। यह एयरपोर्ट श्रद्धालुओं के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा है।
राज्य सरकार और प्रशासन हवाई यात्रियों के लिए बेहतर सड़क कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने पर भी ध्यान दे रहे हैं। इससे हवाई यात्रियों के लिए भी खाटू श्यामजी पहुंचना आसान होगा।
खाटू श्यामजी का धार्मिक महत्व
खाटू श्यामजी धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। यहां पर महाभारत के महान योद्धा घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक के शीश की पूजा होती है। मान्यता है कि बर्बरीक ने श्रीकृष्ण के आदेश का पालन करते हुए अपना शीश समर्पित कर दिया था। तब श्रीकृष्ण ने उन्हें कलियुग में “श्याम” नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था।
कहा जाता है कि खाटू श्यामजी के दरबार में सच्चे मन से आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह मंदिर विशेष रूप से फाल्गुन माह में आयोजित मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं का स्वागत करता है।
क्षेत्रीय विकास की ओर बढ़ते कदम
खाटू श्यामजी में रेलवे स्टेशन के निर्माण से स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा। साथ ही, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।