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PAK हाई कमीशन की इफ्तार पार्टी में खुली ISI स्लीपर सेल की पोल, ज्योति की सच्चाई से हड़कंप

हरियाणा की ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया स्टार से जासूस बनने की यह कहानी कई चौंकाने वाले खुलासों से भरी है—पाक उच्चायोग की इफ्तार पार्टी, खुफिया अधिकारियों से मुलाकात, और संवेदनशील जानकारी की डिजिटल ट्रेल। कोर्ट ने उसे पुलिस रिमांड पर भेजा है और मामले की जांच अभी जारी है।

By PMS News
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PAK हाई कमीशन की इफ्तार पार्टी में खुली ISI स्लीपर सेल की पोल, ज्योति की सच्चाई से हड़कंप
YouTuber Spy Case

हरियाणा की जानी-मानी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा इन दिनों सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कोई नया ट्रैवल व्लॉग नहीं, बल्कि पाकिस्तान के लिए जासूसी के गंभीर आरोप हैं। सोशल मीडिया पर “Travel With Jo” नाम से मशहूर ज्योति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए संवेदनशील सूचनाएं साझा की हैं। इस गिरफ्तारी ने न सिर्फ उसके लाखों फॉलोअर्स को चौंका दिया है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।

पुलिस रिमांड और गंभीर आरोप

हिसार निवासी ज्योति मल्होत्रा, जिनके यूट्यूब चैनल पर 37.7 लाख सब्सक्राइबर्स हैं, को 17 मई को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 152 और Official Secrets Act 1923 की धाराओं 3, 4, और 5 के तहत मामला दर्ज किया है। डीएसपी कमलजीत के मुताबिक, ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से ऐसी जानकारियाँ मिली हैं जो यह संकेत देती हैं कि वह पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएं भेज रही थी।

दानिश से दोस्ती और पाक अधिकारियों से मुलाकात

ज्योति की कथित रूप से गहरी दोस्ती थी पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात कर्मचारी एहसान उर रहीम उर्फ दानिश से। दानिश ही वह व्यक्ति था जिसने उसे दिल्ली स्थित पाकिस्तानी एंबेसी की इफ्तार पार्टी में आमंत्रित किया। वहीं से इस कहानी की शुरुआत होती है। इस पार्टी में ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान खुफिया अधिकारियों (PIOs) से करवाई गई थी। इस मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसे खुद ज्योति ने रिकॉर्ड किया था।

जासूसी के आरोप और डिजिटल सबूत

जांच एजेंसियों को व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट पर ज्योति की बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं, जिसमें वह “जट्ट रंधावा” नाम से सेव एक पाकिस्तानी एजेंट शाकिर उर्फ राणा शाहबाज़ के संपर्क में थी। इन चैट्स से संकेत मिलता है कि वह भारत से जुड़ी गुप्त जानकारी पाकिस्तान भेज रही थी। दानिश द्वारा उसे पाकिस्तान का वीजा दिलवाना और उसकी यात्रा का प्रबंध करना भी इस कथित षड्यंत्र का हिस्सा बताया जा रहा है।

पाकिस्तान यात्रा और सार्वजनिक वीडियो

ज्योति की पाकिस्तान यात्रा वर्ष 2023 में हुई थी, जिसके वीडियो उसने खुले तौर पर सोशल मीडिया पर शेयर किए थे। वह अटारी-वाघा बॉर्डर पार करती दिखी, लाहौर के अनारकली बाजार में घूमी, बस यात्रा की और कटासराज मंदिर का भी दौरा किया। ये वीडियो अब जांच का हिस्सा बन चुके हैं। माना जा रहा है कि वह कमीशन एजेंटों के जरिए पाकिस्तान गई थी, और वहीं से उसकी गतिविधियों ने खतरनाक मोड़ लिया।

भारत सरकार की सख्ती और आगे की जांच

यह मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब भारत सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में बेहद सख्त रुख अपनाए हुए है। दानिश उन पाकिस्तानी अधिकारियों में शामिल था जिन्हें पहलगाम हमले के बाद वापस भेज दिया गया था। इसके बावजूद ज्योति लगातार उसके संपर्क में बनी रही, जिससे उसकी भूमिका और भी संदेहास्पद हो गई है।

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