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जयपुर में तबाही से पहले अलर्ट! मकान-दुकानों पर चलेगा बुलडोजर, रास्ता बनेगा 120 फीट चौड़ा

जयपुर में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी, 120 फीट चौड़ी सड़क के निर्माण के लिए सैकड़ों मकान और दुकानें आएंगी निशाने पर। JDA ने जारी किया चेतावनी भरा अलर्ट, पहले चरण में 156 अतिक्रमण चिन्हित। जानिए किन इलाकों में चलेगा बुलडोजर, कब शुरू होगी कार्रवाई और कैसे बचें संभावित नुकसान से।

By PMS News
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जयपुर में तबाही से पहले अलर्ट! मकान-दुकानों पर चलेगा बुलडोजर, रास्ता बनेगा 120 फीट चौड़ा
जयपुर में तबाही से पहले अलर्ट! मकान-दुकानों पर चलेगा बुलडोजर, रास्ता बनेगा 120 फीट चौड़ा

जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने सांगानेर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत सांगानेर फ्लाईओवर से न्यू सांगानेर रोड और डिग्गी-मालपुरा रोड तक एक एलिवेटेड रोड (Elevated Road) का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना से पहले अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। JDA अधिकारियों के अनुसार अब तक 156 अतिक्रमण चिन्हित किए जा चुके हैं, जिन्हें पहले चरण में हटाया जाएगा।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हुई तेज, सैकड़ों दुकानें और मकानों पर खतरा

जयपुर में वर्षों से अवैध रूप से बनी दुकानों और मकानों के खिलाफ अब बड़ी कार्रवाई की जा रही है। न्यू सांगानेर रोड और उससे सटी सड़कों पर दोनों ओर 15-15 फीट तक अतिक्रमण मिला है। JDA का मानना है कि सड़क विस्तार और एलिवेटेड रोड के निर्माण से पहले यह कार्रवाई जरूरी है, ताकि मास्टर प्लान के अनुरूप विकास हो सके।

इस क्षेत्र में प्रस्तावित सड़क की चौड़ाई 100 से 120 फीट है, जबकि वर्तमान में यह मात्र 60 से 70 फीट है। इससे ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं आम हैं, खासकर व्यस्त समय में। अतः इस गली के लोगों को अब अपने स्थायित्व पर संकट मंडराता दिख रहा है।

240 करोड़ की लागत से बनेगी 4.5 किलोमीटर लंबी Elevated Road

JDA ने इस एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट के लिए 240.03 करोड़ रुपए की लागत तय की है। इस परियोजना की लंबाई 4500 मीटर (करीब 4.5 किलोमीटर) होगी। इसके लिए JDA ने निविदाएं जारी कर दी हैं, जिनकी तकनीकी बोली 3 जुलाई को खोली जाएगी। संभावना है कि 15 जुलाई तक निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।

यह एलिवेटेड रोड सांगानेर पुलिया से शुरू होकर चौरड़िया पेट्रोल पंप तक फैली होगी, जिसमें न्यू सांगानेर रोड और डिग्गी-मालपुरा रोड शामिल होंगे। मास्टर प्लान के अनुसार, सांगानेर पुलिया से सांगा सेतु तक 100 फीट और सांगा सेतु से चौरड़िया पेट्रोल पंप तक 120 फीट चौड़ी सड़क प्रस्तावित है। यही वजह है कि अतिक्रमण हटाना इस प्रोजेक्ट की पहली आवश्यकता बन चुका है।

जून 2024 से शुरू हुआ था विशेष अतिक्रमण हटाने का अभियान

JDA की यह कार्रवाई कोई नई बात नहीं है। पिछले एक वर्ष से विभाग इस दिशा में सक्रिय है। जून 2024 में वंदे मातरम मार्ग से न्यू सांगानेर रोड को जोड़ने वाली सड़क से 650 अतिक्रमण हटाए गए थे। इसके बाद अप्रैल और मई 2025 में सिरसी रोड पर 275 निर्माणों को ध्वस्त किया गया।

अब उसी कड़ी में सांगानेर क्षेत्र के अतिक्रमण हटाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर खलबली है। कई दुकानदारों और मकान मालिकों को नोटिस भेजे जा चुके हैं, जबकि कुछ ने स्वयं ही अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है।

एलिवेटेड रोड से जुड़े फायदे: ट्रैफिक और कनेक्टिविटी में सुधार

JDA अधिकारियों के मुताबिक, इस एलिवेटेड रोड के बन जाने से सांगानेर और उसके आस-पास के क्षेत्र की कनेक्टिविटी में जबरदस्त सुधार होगा। ट्रैफिक जाम, दुर्घटनाएं और प्रदूषण में कमी आएगी। साथ ही न्यू सांगानेर रोड और डिग्गी-मालपुरा रोड से जुड़ाव भी सुगम होगा, जिससे आमजन को राहत मिलेगी।

इसके अलावा, व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होने की संभावना है, क्योंकि बेहतर सड़कों और सुविधाओं से क्षेत्र में निवेश आकर्षित होगा। JDA का यह कदम जयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

स्थानीय निवासियों की चिंता और विरोध

हालांकि JDA के इस निर्णय से विकास को गति मिलेगी, लेकिन दूसरी ओर स्थानीय निवासी और दुकानदार चिंतित हैं। कई लोगों का कहना है कि वे वर्षों से यहां रह रहे हैं और उनका घर व व्यवसाय इसी स्थान पर आधारित है। वे इस फैसले को एकतरफा और जीवन को अस्त-व्यस्त करने वाला मानते हैं।

कुछ सामाजिक संगठनों ने JDA से मांग की है कि वैकल्पिक स्थान या पुनर्वास योजना दी जाए, ताकि प्रभावित परिवारों को राहत मिल सके। हालांकि JDA अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि मास्टर प्लान के अनुरूप सड़क निर्माण किया जाएगा और इसके लिए कोई भी रियायत नहीं दी जाएगी।

JDA का अगला कदम: फुल प्रूफ तैयारी के साथ कार्रवाई

JDA अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एक पूर्व तैयारी का हिस्सा है और यह फेज वाइज होगी। जिन 156 अतिक्रमणों की पहचान की गई है, उनके खिलाफ जल्द ही मशीनरी और फोर्स के साथ कार्रवाई की जाएगी।

जेडीए ने संबंधित विभागों से जाप्ता (सुरक्षा बल) की मांग की है ताकि कार्रवाई के समय किसी भी अवरोध से निपटा जा सके। साथ ही, जेसीबी और अन्य संसाधन तैयार रखे गए हैं।

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