
गर्मियों में रोज कोल्ड कॉफी (Cold Coffee) पीना आम बात हो गई है। जैसे ही तापमान चढ़ता है, लोगों की चाहत होती है कुछ ठंडा और राहत देने वाला पीने की। ऐसे में कोल्ड कॉफी एक पसंदीदा विकल्प बनकर सामने आती है। खासतौर पर युवाओं और ऑफिस जाने वालों के बीच कोल्ड कॉफी का चलन तेज़ी से बढ़ा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना कोल्ड कॉफी पीना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है? इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि स्वादिष्ट और ठंडी-ठंडी कोल्ड कॉफी पीने के पीछे छिपे क्या हैं स्वास्थ्य से जुड़े खतरे।
कोल्ड कॉफी: स्वाद और सेहत का द्वंद
कोल्ड कॉफी का नाम सुनते ही दिमाग में मीठा, मलाईदार और ठंडा पेय चित्रित हो जाता है। इसमें आमतौर पर दूध, चीनी, आइस क्यूब्स, और कॉफी पाउडर के साथ-साथ कई बार आइसक्रीम और चॉकलेट सिरप का भी उपयोग होता है। यह संयोजन इसे बेहद स्वादिष्ट बना देता है, लेकिन इसी स्वाद के पीछे छिपा होता है कैलोरी और शुगर का बम, जो रोजाना सेवन करने पर शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है।
रोजाना कोल्ड कॉफी पीने से ब्लड शुगर लेवल पर असर
कोल्ड कॉफी में प्रयुक्त शक्कर की मात्रा बहुत अधिक होती है। विशेषकर बाजार में मिलने वाली रेडीमेड कोल्ड कॉफी में हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप जैसे घटक होते हैं जो ब्लड शुगर को अचानक बढ़ा सकते हैं। जो लोग पहले से डायबिटीज या प्री-डायबिटिक स्थिति में हैं, उनके लिए इसका रोजाना सेवन खतरे की घंटी हो सकता है।
वजन बढ़ने की संभावना
एक ग्लास कोल्ड कॉफी में औसतन 200 से 400 कैलोरी तक हो सकती हैं, अगर उसमें आइसक्रीम और सिरप मिलाया गया हो। अगर आप डेली कोल्ड कॉफी पीते हैं और आपकी फिजिकल एक्टिविटी सीमित है, तो यह सीधा आपके वजन को बढ़ाने का काम करेगी। लगातार बढ़ता वजन मोटापा, हृदय रोग और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
कैफीन की लत और अनिद्रा
कोल्ड कॉफी में कैफीन होता है, जो मानसिक सतर्कता और एनर्जी के लिए जाना जाता है। लेकिन रोजाना ज्यादा मात्रा में कैफीन लेने से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इससे अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। कई लोग दिनभर एक्टिव रहने के लिए कोल्ड कॉफी पर निर्भर हो जाते हैं, जिससे धीरे-धीरे यह लत बन जाती है।
हाइड्रेशन की कमी
गर्मी के मौसम में शरीर को अधिक पानी की जरूरत होती है। लेकिन कोल्ड कॉफी मूत्रवर्धक (Diuretic) प्रभाव डालती है, जिससे शरीर से पानी तेजी से बाहर निकलता है। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। खासकर तब जब व्यक्ति पानी की बजाय बार-बार कोल्ड कॉफी पी रहा हो।
दांतों और पाचन पर असर
कोल्ड कॉफी में प्रयुक्त शक्कर और एसिडिक तत्व दांतों की सतह को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे कैविटी और दांतों का पीलापन बढ़ सकता है। साथ ही ज्यादा ठंडा पेय पेट की एसिडिटी को ट्रिगर कर सकता है, जिससे गैस, अपच और पेट में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हेल्दी ऑप्शन क्या हैं?
अगर आप कोल्ड कॉफी के शौकीन हैं लेकिन स्वास्थ्य को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहते, तो कुछ सावधानियां अपनाई जा सकती हैं। उदाहरण के लिए बिना शक्कर या कम शक्कर वाली कोल्ड कॉफी पीना, आइसक्रीम की जगह लो-फैट दूध का उपयोग करना, और सप्ताह में केवल 2-3 बार ही कोल्ड कॉफी का सेवन करना बेहतर विकल्प हो सकते हैं। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना भी जरूरी है।
ऑफिस गोअर्स और स्टूडेंट्स ध्यान दें
ऑफिस में लंबे समय तक काम करने वाले और पढ़ाई में व्यस्त छात्र अक्सर थकान मिटाने के लिए कोल्ड कॉफी का सहारा लेते हैं। लेकिन यह आदत धीरे-धीरे डिपेंडेंसी का रूप ले सकती है। ऐसे में दिन की शुरुआत हेल्दी स्मूदी, नारियल पानी या हर्बल चाय से करना ज्यादा अच्छा रहेगा। इससे शरीर को ऊर्जा भी मिलेगी और नुकसान भी नहीं होगा।