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भारत-पाक सीजफायर को लेकर आया बड़ा अपडेट, भारतीय सेना ने बताया कब तक रहेगा संघर्ष विराम जारी

भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि India-Pakistan Ceasefire को समाप्त करने की कोई योजना नहीं है। 18 मई को DGMO वार्ता या संघर्ष विराम की समाप्ति की खबरें गलत हैं। 12 मई को हुई बातचीत में Ceasefire को अनिश्चितकाल तक बढ़ाने पर सहमति बनी थी। यह बयान शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और अफवाहों को पूरी तरह नकारता है।

By PMS News
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भारत-पाक सीजफायर को लेकर आया बड़ा अपडेट, भारतीय सेना ने बताया कब तक रहेगा संघर्ष विराम जारी
India-Pakistan Ceasefire

India-Pakistan Ceasefire को लेकर पिछले कुछ दिनों में कई तरह की अफवाहें और अटकलें मीडिया में घूम रही थीं, जिनमें दावा किया जा रहा था कि 18 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा संघर्ष विराम समाप्त हो सकता है। इन अटकलों के बीच अब भारतीय सेना (Indian Army) ने स्पष्ट और निर्णायक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस खबर का खंडन करते हुए बताया है कि सीजफायर अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा और इसे समाप्त करने की कोई निर्धारित तिथि नहीं है।

भारतीय सेना के इस बयान ने उन तमाम अफवाहों पर विराम लगा दिया है जो यह संकेत दे रही थीं कि 18 मई को DGMO स्तर की वार्ता होने जा रही है और उसके बाद संघर्ष विराम समाप्त हो जाएगा। सेना ने साफ किया है कि ऐसी कोई वार्ता निर्धारित नहीं है और न ही संघर्ष विराम के लिए कोई समाप्ति तिथि तय की गई है।

सेना ने किया अफवाहों का खंडन

भारतीय सेना के मुताबिक, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह गलत जानकारी फैलाई गई थी कि 18 मई को India-Pakistan Ceasefire खत्म हो जाएगा। इन रिपोर्ट्स के चलते लोगों में भ्रम और आशंका फैल गई थी, लेकिन सेना ने अब बयान जारी कर पूरी स्थिति साफ कर दी है। सेना ने दो टूक कहा कि 12 मई को DGMO स्तर पर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें दोनों देशों ने संघर्ष विराम को लेकर सहमति जताई थी। इस बातचीत में कहीं भी यह नहीं तय किया गया कि यह सहमति किसी निश्चित तारीख तक ही लागू रहेगी।

सेना के अनुसार, 18 मई को किसी भी तरह की DGMO स्तर की बातचीत निर्धारित नहीं है, और इस प्रकार की खबरें पूरी तरह से असत्य और भ्रामक हैं। यह एक संवेदनशील विषय है और इसमें तथ्यों की पुष्टि के बिना खबरें फैलाना खतरनाक साबित हो सकता है।

सीजफायर की पृष्ठभूमि और महत्त्व

India-Pakistan Ceasefire का उद्देश्य सीमा पर तनाव को कम करना और शांति बनाए रखना है। पिछले वर्षों में कई बार ऐसे सीजफायर समझौते हुए हैं लेकिन 2021 में DGMO स्तर पर हुए समझौते के बाद से दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम को काफी हद तक बनाए रखा है। हालिया बयान भी उसी दिशा में एक और मजबूत कदम है, जिससे साफ संकेत मिलता है कि भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है।

सीजफायर सिर्फ एक सैन्य रणनीति नहीं, बल्कि यह सीमा पार रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा और सामान्य जीवन के लिए भी आवश्यक है। भारतीय सेना का यह नया बयान इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है कि दोनों देश तनाव कम करने की दिशा में गंभीर हैं।

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