कोरोना महामारी के चलते देशभर में लाखों लोगों की नौकरियां छिन गईं और कई छोटे-मोटे व्यापार भी बंद हो गए। ऐसे में, अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो महामारी के कारण बेरोजगार हो गए हैं या आपका कामकाज ठप हो गया है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। अब सरकार की मदद से आप एक नया बिजनेस शुरू कर सकते हैं, जो न केवल आपकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है, बल्कि आपको स्थायी रोजगार भी प्रदान कर सकता है।
आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस आइडिया बताने जा रहे हैं, जिसे आप कम पूंजी में शुरू कर सकते हैं और हर महीने अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। यह बिजनेस है मिट्टी के कुल्हड़ बनाने और बेचने का, जो इन दिनों तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। चाय, लस्सी, दूध जैसी चीजें कुल्हड़ में परोसने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर रेलवे स्टेशन, बस डिपो, हवाई अड्डों और शॉपिंग मॉल्स जैसी जगहों पर।
कुल्हड़ की बढ़ती मांग
भारत में चाय का शौक शायद ही किसी से छुपा हो। यहां हर गली, नुक्कड़ पर चाय के ठेले दिख जाएंगे। लेकिन अब प्लास्टिक और कागज के कप में चाय देने की जगह मिट्टी के कुल्हड़ में चाय देने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र सरकार भी इस दिशा में जोर-शोर से काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी प्लास्टिक और कागज के कप में चाय देने पर प्रतिबंध लगाने की बात की है, ताकि मिट्टी के कुल्हड़ को बढ़ावा दिया जा सके।
इसके अलावा, लोग भी अब स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहे हैं और प्लास्टिक की बजाय कुल्हड़ में चाय पीने को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसे में कुल्हड़ बिजनेस आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
कुम्हार सशक्तिकरण योजना से मिलेगी मदद
केंद्र सरकार ने इस दिशा में कुम्हार सशक्तिकरण योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत देशभर के कुम्हारों को बिजली से चलने वाली चाक (इलेक्ट्रिक पॉटरी व्हील) दी जा रही है, ताकि वे कुल्हड़ और अन्य मिट्टी के बर्तन बना सकें। इसके बाद, सरकार इन कुल्हड़ों को अच्छी कीमत पर खरीदती भी है, जिससे कुम्हारों की आजीविका में सुधार हो रहा है।
खादी ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने बताया है कि इस साल सरकार ने 25,000 इलेक्ट्रिक चाक वितरित किए हैं। इस योजना के तहत आपको कुल्हड़ बनाने के लिए केवल 5,000 रुपये की शुरुआती पूंजी की जरूरत होगी और थोड़ी सी जगह की। इसके बाद, आप आसानी से अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
कितनी होगी कमाई?
चाय के कुल्हड़ की कीमत लगभग 50 रुपये प्रति सैकड़ा है, जबकि लस्सी और दूध के कुल्हड़ों की कीमत 150 रुपये प्रति सैकड़ा तक है। प्यालियों की कीमत लगभग 100 रुपये प्रति सैकड़ा है। कुल्हड़ों की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके दामों में और इजाफा होने की संभावना है।
शहरों में कुल्हड़ वाली चाय 15 से 20 रुपये में बिकती है, ऐसे में अगर आप रोजाना 1,000 रुपये के कुल्हड़ बेचते हैं, तो महीने के हिसाब से आपकी अच्छी कमाई हो सकती है।
इसलिए, अगर आप सही रणनीति और मेहनत के साथ इस बिजनेस को शुरू करते हैं, तो आप जल्द ही अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। यह बिजनेस न केवल कम लागत में शुरू किया जा सकता है, बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिहाज से भी एक सुरक्षित विकल्प है।